हिंडनबर्ग को मुंहतोड़ जवाब देंगे अडानी, हायर किया अमेरिका का पॉवरहाउस!

हिंडनबर्ग को मुंहतोड़ जवाब देंगे अडानी, हायर किया अमेरिका का पॉवरहाउस!

हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के बाद दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति रहे गौतम अडानी का कॉर्पोरेट साम्राज्य बुरी तरह उलझ गया है. अडानी ग्रुप की अडानी टोटल गैस, अडानी इंटरप्राइजेज, अडानी ट्रांसमिशन और अडानी पोर्ट एंड एसईजेड सहित 10 कंपनियों का कुल मार्केट कैप 117 बिलियन डॉलर कम हो गए.

Adani Group News : देश के सबसे अमीर कारोबारी में से एक गौतम अडानी हिंडनबर्ग को मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए वो पूरी तैयारी के साथ सामने आने की प्लानिंग कर रहे हैं. ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक गौतम अडानी की कंपनी ने अमेरिका की सबसे बड़ी लॉ फर्म में से एक वाचटेल, लिप्टन, रोसेन एंड काट्ज को हायर किया है. यूएस-बेस्ड शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप संकट के दौर से गुजर रहा है. हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर कॉर्पोरेट फ्रॉड में लिप्त होने का आरोप लगाया है. वैसे ईटी की ओर से इस रिपोर्ट की पुष्टि नहीं की है.

रिपोर्ट से अडानी को हुआ मोटा नुकसान

हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के बाद दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति रहे गौतम अडानी का कॉर्पोरेट साम्राज्य बुरी तरह उलझ गया है. अडानी ग्रुप की अडानी टोटल गैस, अडानी इंटरप्राइजेज, अडानी ट्रांसमिशन और अडानी पोर्ट एंड एसईजेड सहित 10 कंपनियों का कुल मार्केट कैप 117 बिलियन डॉलर कम हो गए. जिसकी वजह से गौतम अडानी को लोन के लिए अपने शेयर गिरवी रखने के लिए मजबूर होना पड़ा. हिंडनबर्ग रिसर्च ने आरोप लगाया कि टैक्स हेवन में अडानी-फैमिली कंट्रोल ऑफशोर शेल कंपनियों का यूज मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स चोरी के लिए किया था. जिसके जवाब में अडानी ग्रुप ने रिपोर्ट को “फर्जी” कहा है और कानूनी कार्रवाई की धमकी दी. अडानी ने पिछले सप्ताह एक वीडियो स्भापीच में कहा था कि समूह की बैलेंस शीट हेल्दी है.

कानूनी कार्रवाई की दी थी धमकी

अडानी ग्रुप ने कहा था कि वह शेयर बाजार में हेरफेर और अकाउंटिंग फ्रॉड के आरोपों के लिए हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर विचार कर रहा है, जिसकी वजह से निवेशकों ने अपने शेयरों को डंप कर दिया है. हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक खंडन में कहा कि वह अडानी ग्रुप द्वारा कानूनी कार्रवाई का स्वागत करेगा. बयान में कहा गया है कि हम पूरी तरह से अपनी रिपोर्ट पर कायम हैं और मानते हैं कि हमारे खिलाफ की गई कोई भी कानूनी कार्रवाई बेकार होगी.

अडानी पर चोतरफा दबाव

रॉयटर्स के अनुसार, 2022 में ट्विटर इंक ने इसी यूएस बेस्ड लॉ फर्म को काम पर रखा था, जब एलन मस्क ने ट्विटर डील को पूरा करने से मना कर दिया था. उसके बाद इसी लॉ फर्म की मदद से ट्विटर ने इस डील को कोर्ट में जाकर पूरा कराया था. यह डील करीब 44 अरब डॉलर की थी. वहीं दूसरी ओर अडानी ग्रुप पर दबाव बढ़ाते हुए, नॉर्वे के 1.4 ट्रिलियन डॉलर सॉवरेन वेल्थ फंड ने गुरुवार को संबंधित कंपनियों से अपनी बाकी हिस्सेदारी भी बेच दी है. दूसरी ओर एलआईसी भी जल्द ही ग्रुप के मैनेज्मेंट के साथ बात करने की बात कह रहा है.