इंपोर्ट-एक्सपोर्ट के लिए नहीं होगी डॉलर की दरकार, रुपये से ही कर सकेंगे विदेशी व्यापार

इंपोर्ट-एक्सपोर्ट के लिए नहीं होगी डॉलर की दरकार, रुपये से ही कर सकेंगे विदेशी व्यापार

International Trade in Rupee: विदेश में कोई सामान एक्सपोर्ट करना हो या वहां से इंपोर्ट करना हो. इसके भुगतान के लिए डॉलर पर निर्भर रहना होता है. जल्द इसका अंत हो सकता है और आप रुपये में ही विदेशी व्यापार कर सकते हैं.

Dollar Vs Rupees: भारत चाय से लेकर मसाले तक कई सारे सामान का एक्सपोर्ट करता है. वहीं खाने के तेल से लेकर दालों का आयात भी करता है. अभी इस एक्सपोर्ट और इंपोर्ट की पेमेंट के लिए डॉलर पर निर्भर रहना होता है. लेकिन अब ये दिन बदलने वाले हैं. बहुत जल्द इंटरनेशनल ट्रेड का पेमेंट रुपये में होने लगेगा. इससे सबसे ज्यादा फायदा उन छोटे और मझोले व्यापारियों को होगा जो आयात-निर्यात का बिजनेस करते हैं.

वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि देश के व्यापारी बहुत जल्द रुपये में ही विदेशी व्यापार कर सकेंगे. इस सुविधा को शुरू करने के लिए अलग-अलग देश भारतीय बैंकों के साथ एक स्पेशल वॉस्ट्रो अकाउंट खोल रहे हैं, या समझौता कर रहे हैं.

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ब्रिटेन, सिंगापुर, न्यूजीलैंड हो गए तैयार

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने स्पेशल रुपी वोस्ट्रो अकाउंट (एसआरवीए) खोलने की 60 रिक्वेस्ट को मंजूर कर लिया है. उसे ये आवेदन 18 देशों से मिले हैं, इसमें ब्रिटेन, सिंगापुर और न्यूजीलैंड जैसे देश शामिल हैं.

पीयूष गोयल ने बताया कि रुपये में पेमेंट शुरू करने के लिए आरबीआई अलग-अलग देशों में अपने समकक्षों के साथ बातचीत कर रही है. गौरतलब है कि हाल में भारत ने सिंगापुर के साथ यूपीआई पेमेंट की सुविधा भी शुरू की है.

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कनाडा, यूरोपियन यूनियन के साथ एफटीए भी जल्द

इसी के साथ पीयूष गोयल ने कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते को लेकर चल रही बातचीत की जानकारी भी दी. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के अलावा कनाडा और यूरोपीय संघ के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) की बातचीत काफी एडवांस लेवल पर पहुंच चुकी है.

उम्मीद की जा सकती है कि इन देशों के साथ एफटीए होने की स्थिति में यहां पर भी रुपये में पेमेंट शुरू हो सके. वैसे आपको बताते चलें कि भारत का यूपीआई पेमेंट सिंगापुर के अलावा नेपाल, भूटान और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों में भी पापुलर हो चुका है.