UP में बढ़ गईं स्कूली बच्चों की छुट्टियां, 1 से 8 तक के स्कूल अब कब खुलेंगे?

UP में बढ़ गईं स्कूली बच्चों की छुट्टियां, 1 से 8 तक के स्कूल अब कब खुलेंगे?

बेसिक शिक्षा निदेशालय ने उत्तर प्रदेश में पड़ रही कड़ाके की ठंड को देखते हुए जाड़े की छुट्टियां बढ़ा दी है. अब 16 और 17 जनवरी को भी उत्तर प्रदेश में बच्चे स्कूल नहीं जाएंगे. हालांकि शिक्षकों और कर्मचारियों को इन दोनों दिनों में भी स्कूल पहुंच कर प्रशासनिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करना है.

उत्तर प्रदेश में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों की छुट्टियां बढ़ा दी गई है. अब उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित सभी स्कूल दो दिन और बंद रहेंगे. इस संबंध में बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी किया है. उन्होंने बताया कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान एवं शीतलहर को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. हालांकि उन्होंने बेसिक शिक्षा से संबंधित अधिकारियों, कर्मचारियों और शिक्षकों को अपने दफ्तर में उपस्थित रहने को कहा गया है.

बता दें कि बेसिक शिक्षा निदेशालय ने पिछले साल 26 दिसंबर को एक आदेश जारी किया था. इस आदेश के तहत ठंड के मौसम को देखते हुए 20 दिन की छुट्टियों की घोषणा की गई थी. उस आदेश के तहत मकर संक्रांति के बाद 16 जनवरी से सभी स्कूल शुरू होने थे. अब चूंकि बुधवार यानी 15 जनवरी को ही बारिश हो गई और कई जगह धुंध और कोहरा छाया रहा. ऐसे में मौसम के मिजाज को देखते हुए बेसिक शिक्षा निदेशालय ने अपने आदेश में संशोधन किया है.

दो दिन बढ़ी छुट्टियां

इस संशोधित आदेश में बेसिक शिक्षा निदेशक ने बच्चों की छुट्टियां दो दिन और बढ़ाने के बात कही है. इसमें उन्होंने बताया कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए 16 और 17 जनवरी को भी कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों की छुट्टियां रहेंगी. हालांकि इस आदेश में बेसिक शिक्षा निदेशक ने सभी शिक्षकों और कर्मचारियों को नियमित तौर पर दफ्तर या स्कूल आने के आदेश दिए हैं. इस दौरान उन्हें प्रशासकीय कार्यों के निस्तारण की जिम्मेदारी दी गई है.

यूपी में पड़ रही कड़ाके की ठंड

बता दें कि समूचे उत्तर प्रदेश में इस समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से उत्तर दिशा से सतही हवाएं चल रही हैं. रही सही कसर बुधवार को हुई बारिश ने पूरी कर दी. इसकी वजह से राज्य में ठिठुरन बढ़ गई है. आलम यह है कि बच्चे तो बच्चे, वयस्कों को भी घर से बाहर निकलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसकी वजह से अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी बढ़ी है.