इस राज्य में फिर से बढ़ गई महंगाई, 10 रुपये किलो वाली सब्जी की कीमत हुई 200
अधिक बारिश की वजह से फसलों को नुकसान पहुंचा है. इससे बैंगन, फूलगोभी, परवल और मूली सहित कई तरह की सब्जियों के उत्पादन में गिरावट आई है. इससे मंडियों में सब्जियों की आवक प्रभावित होने से सब्जियों की कीमत एक बार फिर से बढ़ गई है.
बिहार में पिछले कई दिनों से रूक- रूक कर हो रही बारिश ने एक बार फिर से महंगाई बढ़ा दी है. खास कर सब्जियों की कीमत में आग लग गई है. महंगाई का आलम यह है कि गुरुवार शाम को कई सब्जियों की कीमत 100 रुपये किलो के करीब पहुंच गई. ऐसे में आम आदनी की थाली से हरी सब्जियां गायब हो गई हैं. वहीं, व्यापारियों का कहना है कि बारिश के साथ- साथ जितिया पर्व की वजह से भी सब्जियों की कीमत में इतनी अधिक बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
दरअसल, राजधानी पटना सहित पूरे बिहार में पिछले चार- पांच दिन से रूक- रूक कर बारिश हो रही है. इससे हरी सब्जियों की कीमत सातवें आसमान पर पहुंच गई है. कहा जा रहा है कि खराब मौसम की वजह से मंडियों में सब्जियों की आवक प्रभावित हुई है. इससे इनके रेट में 10 से 20 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
दोनों सब्जियां 30 रुपये किलो बिक रही हैं
पटना के स्थानीय सब्जी दुकानदारों का कहना है कि पिछले चार से पांच दिनों में सब्जियों की कीमत में ज्यादा बढ़ोतरी हुई है. चार दिन पहले जो फूलगोभी 40 रुपये किलो थी, अब वह 60 से 80 रूपये किलो बिक रही है. इसी तरह टमाटर और नेनुआ भी महंगे हो गए हैं. ये दोनों सब्जियां 30 रुपये किलो बिक रही हैं.
नवरात्र के दौरान इनकी कीमतें भी बढ़ सकती है
खास बात यह है कि सरपुतिया (तुरई) सबसे ज्यादा लोगों को रूला रही है. गुरुवार शाम को यह 200 रुपये किलो हो गई थी, जबिक ऐसे यह 10 से 20 रुपये किलो बिकती थी. वहीं, कई लोग 10 रुपये पीस भी सरपुतिया (तुरई) खरीद रहे थे. वहीं, किसानों का कहना है कि अक्टूबर महीने में हुई अधिक बारिश की वजह से सब्जियों के फूल झड़ गए. वहीं मूली, बैंगन और गोभी समेत अन्य सब्जियों की फसल खेत में ही खराब हो गई. ऐसे में सब्जियों के उत्पादन में गिरावट आई है. पटना बाजार समिति के फल सब्जी संघ के उपाध्यक्ष जय प्रकाश वर्मा का कहना है कि फलों की कीमत अभी स्थिर है. लेकिन नवरात्र के दौरान इनकी कीमतें भी बढ़ सकती हैं.