कर्नाटक में कल पीएम मोदी छह हजार करोड़ से ज्यादा की विकास परियोजनाएं को करेंगे लॉन्च
कर्नाटक में कल यानि 27 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिवमोग्गा और बेलगावी जिलों का दौरा कर रहे हैं.
कर्नाटक में पिछले 40 दिनों में तीसरे पेयजल परियोजना का आधारशिला रखेंगे पीएम मोदी. पीएम ने गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले पिछले साल राज्य में 6 जलापूर्ति परियोजनाओं को लागू करवाया था. पिछले कुछ महीनों में प्रधानमंत्री हाल में शुरू की गई अधिकांश परियोजनाओं में जल आपूर्ति परियोजनाओं की प्रधानता को स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है. चुनावी राज्य कर्नाटक में कल यानि 27 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिवमोग्गा और बेलगावी जिलों का दौरा कर रहे हैं.
कर्नाटक के इन दोनों ही जिलों में जल जीवन मिशन के तहत 2500 करोड़ रुपये से अधिक की जलापूर्ति परियोजनाएं का शुभारंभ करेंगे. इससे दोनों जिलों के करीब 13 लाख से अधिक लोग सीधे लाभान्वित होंगे. इससे पहले दक्षिणी कर्नाटक के तुमकुर जिले के चिक्कानायकनहल्ली में 20 दिन पहले यानि 6 फरवरी को पीएम मोदी ने दो जल जीवन मिशन परियोजनाओं की आधारशिला रखी. जहां तिप्तुर बहु-ग्राम पेयजल आपूर्ति परियोजना 430 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाई जाएगी.
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147 बस्तियों के लिए बहु-ग्राम जलापूर्ति योजना बनाई जाएगी
यहां लगभग 115 करोड़ रुपये की लागत से चिक्कानायकनहल्ली तालुक की 147 बस्तियों के लिए बहु-ग्राम जलापूर्ति योजना बनाई जाएगी. इन परियोजनाओं से क्षेत्र के लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले महीने के 19 जनवरी को कर्नाटक के यादगिरी जिले के कोडेकल में जल जीवन मिशन के तहत यादगिरी मल्टी विलेज ड्रिंकिंग वाटर सप्लाई योजना की आधारशिला रखी. योजना के तहत 117 एमएलडी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी बनाया जाएगा.
2050 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली इस परियोजना से 700 से अधिक ग्रामीण बस्तियों और यादगिरि जिले के तीन शहरों के लगभग 2.3 लाख परिवारों को पीने योग्य पानी उपलब्ध होगा. पिछले साल गुजरात चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में 6 जल आपूर्ति परीयोजनाओं की आधारशिला रखी थी.
इस क्रम में गुजरात के बनासकांठा में 31 अक्टूबर को जल आपूर्ति के लिए 8000 करोड़ की परियोजना की शुरुआत की थी. इसमें नर्मदा नदी के नहर के जरिए कसारा से दंतीवाड़ा पाइपलाइन, सुजलाम सुफलाम नहर का सुदृढ़ीकरण, मुक्तेश्वर बांध-कर्मावत झील तक मोढेरा-मोती दाऊ पाइपलाइन का विस्तार, संथालपुर तालुका के 11 गांवों के लिए लिफ्ट इरिगेशन प्लान भी शामिल था.
पीएम ने अक्टूबर में जल आपूर्ति योजना की रखी थी आधारशिला
दूसरा, गुजरात में ही पीएम मोदी ने 19-20 अक्टूबर को जूनागढ़, राजकोट और व्यारा में कई जल आपूर्ति परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राज्य को समर्पित किया. इस दौरान पीएम ने व्यारा, तापी में, पीएम मोदी ने 300 करोड़ रुपये से अधिक की जलापूर्ति परियोजनाओं की आधारशिला रखी. तीसरा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 अक्टूबर को गुजरात के जामनगर जाकर कलावाड़- जामनगर तालुका, मोरबी-मालिया-जोडिया समूह जल आपूर्ति योजना की आधारशिला रखी थी.
चौथा, पीएम मोदी ने 29 सितंबर को गुजरात के भावनगर में जल आपूर्ति और जल निकासी परियोजनाओं से संबंधित कई परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. इस क्रम में पीएम ने सौनी योजना लिंक के पैकेज 7 और सौनी योजना लिंक पैकेज 9 सहित अन्य परियोजनाओं का शिलान्यास किया.
‘नल से जल’ परियोजनाओं का उद्घाटन किया
पांचवा, प्रधानमंत्री मोदी ने 28 अगस्त को गुजरात के भुज में सरदार सरोवर परियोजना की कच्छ शाखा नहर का उद्घाटन किया. जो कच्छ में सिंचाई की सुविधा और कच्छ जिले के सभी 948 गांवों और 10 कस्बों में पीने का पानी उपलब्ध कराती है.
छठा, प्रधानमंत्री मोदी ने 10 जून गुजरात के एस्टोल क्षेत्रीय जल आपूर्ति परियोजना का उद्घाटन किया जो जल आपूर्ति के क्षेत्र में इंजीनियरिंग कौशल का उत्कृष्ट नमूना माना जाता है. इस दौरान पीएम ने 163 करोड़ रुपये की लागत वाली ‘नल से जल’ परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इस जल परियोजनाओं ने सूरत,नवसारी,वलसाड और तापी जिलों के लोगों को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराया गया.
पीएम ने ग्रामीण पेयजल योजना का उद्घाटन किया था
पिछले साल ही 7 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी के तातेपुर गांव में ग्रामीण पेयजल योजना का उद्घाटन किया था. इस क्रम में पीएम मोदी ने पिछले साल 4 जनवरी को उत्तरपूर्व के मणिपुर में 280 करोड़ रुपये की ‘थौबल बहुउद्देशीय परियोजना” का उद्घाटन किया. इस परियोजना से राजधानी इंफाल की पेयजल आपूर्ति बेहतर हुई.
इस दौरे में पीएम मोदी ने मणिपुर के तमेंगलोंग जिले के दस बस्तियों के निवासियों को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 65 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित जल आपूर्ति योजना परियोजना और 51 करोड़ की लागत से बनी सेनापति जिला मुख्यालय जलापूर्ति योजना के विस्तारीकरण का भी उद्घाटन किया.
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