एपल के इस प्लान से भारत में दिखेगा सिर्फ आईफोन; सैमसंग, नोकिया, मोटो जैसी कंपनियों की हो जाएगी छुट्टी!

एपल के इस प्लान से भारत में दिखेगा सिर्फ आईफोन; सैमसंग, नोकिया, मोटो जैसी कंपनियों की हो जाएगी छुट्टी!

वित्त वर्ष 2023 में एपल का रेवेन्यू 6 बिलियन डॉलर की देखने को मिला था. वित्त 2022 के मुकाबले करीब 50 फीसदी की तेजी देखने को मिली थी. वित्त वर्ष 2024 में यह इजाफा 50 फीसदी से ज्यादा का देखने को मिल सकता है.

कुछ दिन पहले इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन की ओर से एक रिपोर्ट पेश की गई थी, जिसमें बताया था कि चालू वित्त वर्ष में भारत का मोबाइल फोन एक्सपोर्ट 1.20 लाख करोड़ रुपये के पार जा सकता है. जिसमें 50 फीसदी हिस्सेदारी एपल की हो सकती है. अब एपल ने इससे भी बड़ी प्लानिंग शुरू कर दी है. 140 अरब वाले इस देश में एपल ने आईफोन को फैलाने के लिए ऐसा प्लान बनाया है, जिसके तहत हर किसी के हाथ में आईफोन और एपल के बाकी प्रोडक्ट्स दिखाई देंगे. भारत से सैमसंग, नोकिया, मोटो, शाओमी, रेडमी, ओप्पो, वनप्लस जैसी कंपनियों की छुट्टी हो जाएगी. जी हां, एपल अपना क्रेडिट कार्ड लॉन्च करने जा रहा है. वहीं रिपोर्ट यह​ भी हैं एपल पे के लिए भी कंपनी एनसीपीआई के अधिकारियों के साथ बातचीत कर रही है.

क्या हर किसी के हाथ में दिखेगा आईफोन?

एपल अपने आपको चीन से लगातार कम कर रहा है और भारत में अपने आपको उतना ही फैला रहा है. भले ही मौजूदा समय में चीन में अभी भी सबसे ज्यादा स्मार्टफोन बन रहे हैं, लेकिन भारत में भी इसकी मैन्युफैक्चरिंग बढ़ती जा रही है. एपल ने देश में अपने दो रिटेल आउटलेट भी खोल दिए हैं. ऐसे में कंपनी की नई घोषणा एपल क्रेडिट कार्ड कंपनी की दूर की सोच को दर्शा रही है. कंपनी का प्लान है कि देश के हर किसी के हाथ में आईफोन हो. फिर चाहे उसकी सैलरी किनती भी क्यों ना हो? एपल के क्रेडिट कार्ड के थ्रू फोन या कोई भी एपल का कोई प्रोडक्ट खरीदने पर ईएमआई ऑप्शन भी मिलेगा और कोई ब्याज भी नहीं पड़ेगा और सबसे बड़ी बात कैश बैक की भी सुविधा दी गई है. ऐसे में कोई भी एपल कार्ड के थ्रू आईफोन ही खरीदना पसंद करेगा. एपल ने इस प्रोडक्ट के जरिए देश के मिडिल क्लास को टारगेट करने की कोशिश की है, जो महंगे गजेट्स को ईएमआई में खरीदता है.

भारत में बढ़ेगी आईफोन की ग्रोथ

इस फैसले के बाद से आईफोन की ग्रोथ में इजाफा देखने को मिल सकती है. जितने आईफोन भारत में बिक रहे हैं, एपल का क्रेडिट कार्ड आने से उसके सेल्स में 40 से 50 फीसदी का इजाफा देखने को मिल सकता है. यह अनुमान है, इसमें और भी ज्यादा तेजी देखने को मिल सकती है. वित्त वर्ष 2023 में एपल का रेवेन्यू 6 बिलियन डॉलर की देखने को मिला था. वित्त 2022 के मुकाबले करीब 50 फीसदी की तेजी देखने को मिली थी. वित्त वर्ष 2024 में यह इजाफा 50 फीसदी से ज्यादा का देखने को मिल सकता है. इसका मतलब है कि लोकल सेल 10 बिलियन डॉलर की देखने को मिल सकती है. जबकि वित्त वर्ष 2025 में यह अनुमान 25 बिलियन डॉलर का लगाया गया है. मतलब साफ है कि एपल इस टारगेट को पूरा करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रही है.

एपल स्टोर्स की आ सकती है बाढ़

एपल क्रेडिट कार्ड लाने के बाद आने वाले कुछ सालों में देश के प्रत्येक प्रदेश और प्रदेश के प्रमुख शहरों में एपल स्टोर खोलने का प्लान कर सकती है. इसकी शुरूआत ऐसे शहरों से हो सकती है जहां कमाने वाला या अच्छी सैलरी पाने वाला यूथ ज्यादा हो. जैसे बंगलूरू और हैदराबाद जैसे बढ़े शहरों में एपल स्टोर जल्द ही लॉन्च होते दिखाई दे सकते हैं. साथ ही गुरुग्राम और नोएडा-ग्रेटर नोएडा जैसे शहरों में भी एपल स्टोर्स की शुरूआत हो सकती है. ताकि लोकल सेल्स और कंजंप्शन में इजाफा किया जा सके. वहीं महाराष्ट्र के मुंबई के अलावा पुणे और दूसरे शहरों की ओर भी रुख किया जा सकता है.

किस मोबाइल की मार्केट में कितनी पकड़

  • Xiaomi की भारत के मार्केट में हिस्सेदारी सबसे ज्यादा 22.97 फीसदी है.
  • Vivo की भारत में हिस्सेदारी 16.52 फीसदी है.
  • Samsung की भारत के बाजार में हिस्सेदारी 15.11 फीसदी है.
  • Realme की इंडियन मार्केट में शेयर होल्डिंग 12.94 फीसदी है.
  • Oppo की भारत के बाजार में हिस्सेदारी 11.84 फीसदी है.
  • Apple की भारत की बाजार हिस्सेदारी 4.95 फीसदी है.