CWG 2022: बर्मिंघम में शान से लहराया तिरंगा, ओपनिंग सेरेमनी से पहले खास अंदाज में हुआ ध्वजारोहण

CWG 2022: बर्मिंघम में शान से लहराया तिरंगा, ओपनिंग सेरेमनी से पहले खास अंदाज में हुआ ध्वजारोहण

भारत ने इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए 200 से ज्यादा एथलीटों को बर्मिंघम भेजा है, जो 15 खेलों में भारत के लिए मेडल जीतने की दावेदारी पेश करेंगे.

बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 की शुरुआत गुरुवार 28 जुलाई को रंगारंग ओपनिंग सेरेमनी के साथ हो जाएगी. हर चार साल में होने वाले इन गेम्स में भारत भी प्रमुखता के साथ शामिल होता है. इस बार भी भारत के कई एथलीट गेम्स में शामिल होने के लिए बर्मिंघम पहुंच चुके हैं. खेलों का आगाज होने से पहले बर्मिंघम खेल गांव में एक अहम कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें भारत की शान और इसकी पहचान तिरंगा झंडा फहराया गया. इस दौरान कुछ प्रमुख एथलीट भी शामिल हुए.

भारतीय एथलीट्स भी हुए शामिल

ओपनिंग सेरेमनी से एक दिन पहले बुधवार 27 जुलाई को गेम्स विलेज में एक खास कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें भारतीय ध्वज फहराया गया. इस दौरान भारतीय ओलिंपिक संघ के कार्यवाहक अध्यक्ष अनिल खन्ना समेत अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे. वहीं इस मौके को और भी खास बनाया भारतीय खिलाड़ियों ने. भारत की महिला और पुरुष हॉकी टीमों के सदस्यों के अलावा अन्य एथलीट भी इस दौरान उपस्थित थे.

सिंधु और मनप्रीत ध्वजवाहक

खेलों की शुरुआत गुरुवार की ओपनिंग सेरेमनी से होगी. हालांकि, इस बार भारत के ध्वजवाहक को लेकर पशोपेश की स्थिति बनती दिखी. ओपनिंग सेरेमनी में इस बार ये जिम्मेदारी ओलिंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा को मिली थी, लेकिन गेम्स से 2 दिन पहले ही उनकी चोट ने भारत को झटका दिया, जिसके कारण उन्हें गेम्स से हटना पड़ा. नीरज की गैरहाजिरी में ये जिम्मा दो बार की ओलिंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु और पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह को दी गई. हालांकि, इस दौरान ये खबर भी आई कि सिंधु में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं, जिससे फिर से योजना में बदलाव की आशंका दिख रही थी, लेकिन जल्द ही राहत भी मिल गई क्योंकि सिंधु पूरी तरह से फिट हैं.

सुधरेगा भारत का प्रदर्शन?

भारत ने इस बार खेलों के लिए 200 से ज्यादा एथलीटों का दल बर्मिंघम भेजा है. ये भारतीय खिलाड़ी 15 खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे और पिछले बार के प्रदर्शन को और बेहतर करने की कोशिश करेंगे. भारत ने गोल्ड कोस्ट 2018 गेम्स में 66 मेडल जीते थे और तीसरा स्थान हासिल किया था. इस बार भी मेडल टेबल में शीर्ष पर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड का ही कब्जा होने की संभावना है, जबकि भारतीय टीम अपने तीसरे स्थान को बरकरार रखने की कोशिश करेगी.