दिल्ली सरकार पर ED का शिकंजा, केजरीवाल की पेशी से पहले मंत्री राजकुमार आनंद के घर रेड

दिल्ली सरकार पर ED का शिकंजा, केजरीवाल की पेशी से पहले मंत्री राजकुमार आनंद के घर रेड

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पूछताछ के लिए पेशी से पहले ईडी उनके एक मंत्री के घर पहुंच गई है. दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद के घर ED की टीम पहुंची. उनके कम से कम 12 ठिकानों छापेमारी की गई है. मामला कस्टम से जुड़ा है, जहां मंत्री पर हवाला के जरिए विदेश पैसा भेजने का आरोप है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक तरफ ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया है, तो दूसरी तरफ उनकी पार्टी के विधायक घर और ठिकानों पर छापेमारी भी कर रही है. दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद के घर ED की टीम पहुंची है. मंत्री के सिविल लाइंस स्थित आधिकारिक आवास पर ED की सर्च ऑपरेशन जारी है. सूत्रों के मुताबिक, मंत्री के 12 ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. बताया जा रहा है कि मंत्री पर कस्टम से जुड़ा कुछ मामला है, जहां हवाला के जरिए पैसा विदेश भेजने का आरोप है.

मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री राजकुमार आनंद पर पीएमएलए के तहत ईडी कार्रवाई कर रही है. मामला 7 करोड़ से अधिक की सीमा शुल्क चोरी और अंतरराष्ट्रीय हवाला लेनदेन के लिए आयात में झूठी घोषणाओं का आरोप लगाया गया था. माननीय न्यायालय ने शिकायत का संज्ञान लिया है. दिल्ली समेत विभिन्न स्थानों पर करीब 12 परिसरों की तलाशी ली जा रही है.

अरविंद केजरीवाल 11 बजे पहुंच सकते हैं ईडी ऑफिस

दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद के घर पर छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई है. शराब घोटाला को लेकर लगातार आम आदमी पार्टी के नेता, विधायकों और मंत्रियों पर ईडी छापेमारी कर रही है. शराब घोटाला केस में ही मनी लॉन्ड्रिंग के संबंध में सीएम अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया गया है. सीएम 11 बजे तक ईडी दफ्तर पहुंच सकते हैं. घोटाला केस में इससे पहले पार्टी के संजय सिंह, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को जेल हो चुकी है. हाल ही में राज्यसभा सांसद संजय सिंह पर छापेमारी के बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था.

आज ED को किसी वारंट की जरूरत नहीं: भारद्वाज

राजकुमार आनंद के घर ईडी की छापेमारी पर दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि अंग्रेजों के जमाने में भी जो पुलिस होती थी उसे भी कोर्ट से सर्च वारंट चाहिए होता था, क्योंकि अंग्रेज तक ये मानते थे कि किसी के घर में सर्च करने के लिए वारंट चाहिए होता है. पुलिस को अगर किसी के घर में घुसकर छापा मारने की ताकत दे देंगे तो अफरातफरी मच जाएगी. मगर आज ईडी को किसी वारंट की जरूरत नहीं है. आज ईडी के अधिकारी खुद तय करते हैं कि उन्हें किसके यहां जाना है.

क्या ये महज एक इत्तेफाक है कि भारत के ज्यादातर राज्यों के अंदर भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. ईडी, सीबीआई इनके यहां छापेमारी नहीं करती. अगर ईडी स्वतंत्र है तो इनके मंत्रियों के यहां क्यों नहीं जाती? 2024 से पहले यह तय किया हुआ है जितनी मुखर आवाज हैं, उनको जेल में डाला जाएगा और इसी सूरत में भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीत सकती है.

अरविंद केजरीवाल के साथ ईडी ऑफिस जाएंगे आप कार्यकर्ता?

आम आदमी पार्टी के नेताओं ने गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय के सामने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पेशी को लेकर अपनी तैयारियों का खुलासा करने से परहेज किया है. यह अभी स्पष्ट नहीं है कि पार्टी के कार्यकर्ता और सदस्य केजरीवाल के साथ ईडी कार्यालय जाएंगे. उन्होंने तब किया था जब पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से इसी तरह के मामले में सीबीआई ने पूछताछ की थी. सिसोदिया को एजेंसी ने फरवरी में गिरफ्तार किया था और उनकी जमानत याचिका हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी थी.

इंडिया गठबंधन को निशाना बनाने की कोशिश

आम आदमी पार्टी ने आशंका जताई है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन को निशाना बनाने की कथित साजिश में सीएम केजरीवाल पहला निशाना हो सकते हैं. आप नेता राघव चड्ढा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 2014 के बाद से केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा दर्ज किए गए लगभग 95% मामले विपक्षी नेताओं के खिलाफ हैं. चड्ढा ने दावा किया कि बीजेपी भारत गठबंधन के गठन से घबरा गई है और उसने अपने शीर्ष नेताओं को निशाना बनाने की योजना तैयार की है, जिसमें सबसे पहले केजरीवाल की गिरफ्तारी हो सकती है.