भ्रष्टाचार पर ये कैसा जीरो टॉलरेंस? डेढ़ साल में दरकने लगीं इस स्टेशन की दीवारें

डेढ़ साल पहले बने गाजीपुर के ताड़ीघाट रेलवे स्टेशन का हाल अभी से बेहाल है. 25 करोड़ रुपये की लागत से बने इस स्टेशन की दीवारें और प्लेटफार्म दरकने लगे हैं. स्थानीय लोगों ने निर्माण और मरम्मत में घटिया सामग्री के इस्तेमाल का आरोप लगाया है. रेलवे अधिकारियों ने जांच का आश्वासन दिया है, लेकिन जनता में भ्रष्टाचार को लेकर रोष व्याप्त है.
केंद्र और प्रदेश सरकार भले ही भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का दावा करती है, लेकिन हकीकत कुछ अलग ही है. इसका प्रत्यक्ष नजारा गाजीपुर के दानापुर रेल मंडल में नवनिर्मित ताड़ीघाट रेलवे स्टेशन पर देखने को मिल रहा है. डेढ़ साल पहले ही इस स्टेशन का नवीनीकरण हुआ है. लेकिन अभी से स्टेशन भवन की दीवारें, प्लेटफार्म, पैनल रूम आदि दरकने लगे हैं. यह स्थिति उस समय है जब हर महीने स्टेशन का निरीक्षण करने के लिए रेलवे के अधिकारी यहां आते रहते हैं.
बावजूद इसके किसी का ध्यान इस पर नहीं जा रहा. स्थानीय लोगों के मुताबिक छह महीने पहले ही दरक रही दिवारों, फर्श, प्लेटफार्म आदि की मरम्मत हुई है. इस मरम्मत में भी गुणवत्ता का मजाक उड़ाया गया. जिसकी वजह से एक बार फिर से दीवारों में दरारें आने लगी हैं, वहीं प्लेटफार्म उखड़ने लगा है. दैनिक रेल यात्रियों ने निर्माण कार्य और मरम्मत कार्य की गुणवत्ता की जांच के लिए विशेष टेक्निकल कमेटी बनाने की मांग की है. कहा कि जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए.
प्रधानमंत्री ने किया लोकार्पण
बता दें कि करीब 25 करोड़ की लागत से इस स्टेशन का निर्माण किया गया है. इसकी आधारशिला 14 नवंबर 2016 में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग़ाज़ीपुर आकर रखी थी. आठ साल तक चले निर्माण कार्य के बाद मार्च 2024 में खुद प्रधानमंत्री ने ही इसका लोकार्पण भी किया था. इस नवनिर्मित स्टेशन का प्लेटफार्म करीब 620 मीटर लंबा है. यहां सात रेलवे ट्रैक पर कुल चार प्लेटफार्म बने है. इस रेलवे स्टेशन के उद्घाटन होने के बाद से अब तक मात्र दो ट्रेन जिसमें से एक दिलदारनगर से गाजीपुर दूसरा दिलदारनगर से ताड़ीघाट तक ही चलती है.
टेक्निकल टीम करेगी जांच
आरवीएनएल ( रेल विकास निगम लिमिटेड ) के सीपीएम ( मुख्य परियोजना प्रबंधक) आशुतोष शुक्ला ने इस संबंध में बताया कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता में कोई गड़बड़ी नहीं है. अब जो नई शिकायत आई है, इसकी जांच कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि इसके लिए टेक्निकल टीम को मौके पर भेजा जाएगा. यदि कहीं कुछ गड़बड़ी मिली तो नियमानुसार कार्रवाई भी की जाएगी.