कानपुर: हेयर ट्रांसप्लांट कराते ही आने लगी चेहरे पर सूजन, काले घने बालों की चाहत ने ले ली इंजीनियर की जान

उत्तर प्रदेश के कानपुर में पनकी पावर हाउस के असिस्टेंट इंजीनियर विनीत कुमार दुबे को हेयर ट्रांसप्लांट कराना भारी पड़ गया, जिससे उनकी मौत हो गई. हेयर ट्रांसप्लांट के तुरंत बाद विनीत दुबे के चेहरे पर सूजन आने लगी और लगातार उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई. फिर दो दिन के अंदर उनकी मौत हो गई.
काले-घने बालों की चाहत हर कोई रखता है. इसके लिए लोग कई तरह के महंगे से महंगे शैम्पू और तेल इस्तेमाल करते हैं. इसके अलावा कुछ लोग हेयर ट्रांसप्लांट का तरीका भी अपनाते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के चलते एक शख्स की मौत हो गई. दरअसल पनकी पावर हाउस के असिस्टेंट इंजीनियर विनीत कुमार दुबे ने हेयर ट्रांसप्लांट कराया था, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई थी.
यह पूरा मामला 13 मार्च का है. विनीत दुबे ने रावतपुर स्थित इम्पायर क्लीनिक में हेयर ट्रांसप्लांट करवाया. क्लीनिक चलाने वाली महिला, जो खुद को डॉ. अनुष्का तिवारी बताती थी. उसने बिना किसी जरूरी मेडिकल जांच और एलर्जी टेस्ट के उनकी सर्जरी कर डाली. सर्जरी के कुछ घंटों बाद ही विनीत की तबीयत बिगड़ने लगी. बताया जा रहा है कि सर्जरी के बाद उनके चेहरे पर सूजन आने लगी और तबीयत बिगड़ती चली गई.
दो दिन बाद हो गई मौत
जब विनीत दुबे की तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी तब अनुष्का ने विनीत को दो अस्पतालों में दिखाया, लेकिन परिजनों को इसकी जानकारी नहीं दी. फिर जब विनीत की हालत गंभीर हो गई तो 14 मार्च को अनुष्का ने विनीत की पत्नी जया त्रिपाठी को फोन कर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की सूचना दी और फिर फोन बंद कर दिया. जया ने तुरंत अपने चाचा को अनुराग अस्पताल भेजा, जहां विनीत को भर्ती किया गया था. वहां से हालत बिगड़ने पर उन्हें रीजेंसी अस्पताल में शिफ्ट किया गया, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद 15 मार्च को विनीत की मौत हो गई.
दो महीने बाद केस हुआ दर्ज
विनीत की मौत की खबर सामने आने के बाद अनुष्का ने अपना क्लीनिक बंद कर दिया और फरार हो गई. जांच में सामने आया कि वह हरियाणा की मूल निवासी है और कानपुर में बिना किसी मेडिकल डिग्री के क्लीनिक चला रही थी. जया त्रिपाठी ने अपने पति की मौत के बाद न्याय के लिए लगातार अधिकारियों से गुहार लगाई और ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज कराई. करीब दो महीने की मशक्कत के बाद रावतपुर थाने में अनुष्का तिवारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
विशेषज्ञों का कहना है कि हेयर ट्रांसप्लांट एक सेंसिटिव प्रोसेस है, जिसके लिए ट्रेंड और काबिल डॉक्टर की जरूरत होती है. बिना जांच या एलर्जी टेस्ट के की गई सर्जरी से ब्लीडिंग, इंफेक्शन, सूजन, जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जो जानलेवा भी साबित हो सकती हैं. इसलिए अगर आप हेयर ट्रांसप्लांट कराने की योजना बना रहे हैं तो सिर्फ प्रमाणित और अनुभवी डॉक्टर से ही संपर्क करें. एक गलत फैसला आपकी जिंदगी के लिए खतरा बन सकता है.