मणिपुर हिंसा: सुरक्षा बलों की 20 कंपनियां और तैनात, CM ने बुलाई ऑल पार्टी मीटिंग, 10 Facts
Manipur violence: मणिपुर में तीन मई को हिंसा भड़की थी. इसके बाद से राज्य में स्थिति काफी तनावपूर्ण हैं. हालात पर काबू पाने के लिए सुरक्षाबलों की कई कंपनियों को भेजा गया है. CM ने शनिवार को सभी पार्टियों की बैठक बुलाई थी.
Manipur violence: मणिपुर में भड़की हिंसा के बाद यहां स्थिति अब भी तनावपूर्ण है. राज्य में और सिक्योरिटी फोर्सेज की तैनाती की गई है. सुरक्षा बलों की 14 कंपनियां यहां पहले से तैनात थी जबकि केंद्र की तरफ से 20 और कंपनियों मणिपुर भेजा गया है ताकि स्थिति को काबू में किया जा सके. राज्य की मौजूदा स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई थी. पढ़ें हिंसाग्रस्त मणिपुर से जुड़े 10 बड़े अपडेट्स…
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हिंसाग्रस्त मणिपुर पर 10 बड़े अपडेट्स
- बीते दिनों राज्य में मैतेई समुदाय को एसटी में शामिल करने को लेकर हिंसा भड़की थी, जिसकी लपटें अभी तक शांत नहीं हुई है. सुरक्षा बल लोगों से लगातार शांति बनाए रखने की अपील कर रही है. मगर राज्य में स्थिति अब भी तनावपूर्ण है.
- हिंसाग्रस्त मणिपुर की मौजूदा स्थिति को देखते हुए सीएम एन बीरेन सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह ने कहा कि तनाव कम करने के लिए सभी को पार्टी लाइन से हटकर काम करना चाहिए. दोनों नेताओं ने यहां के लोगों शांति बनाए रखने की अपील की.
- मणिपुर में भड़की हिंसा के बाद अब तक 50 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा कई लोगों के घायल होने की खबर है. राज्य में अभी भी स्थिति तनावपूर्ण है. यहां भारी मात्रा में जवानों की तैनाती की गई है.
- मणिपुर में हिंसा को लेकर सिक्योरिटी फोर्सेज की 14 कंपनियां पहले से तैनात थी जबकि केंद्र सरकार के द्वारा सुरक्षा बलों की 20 और कंपनियां भेजी गई हैं. राज्य में स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. इसी को लेकर सीएम बीरेन सिंह ने ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई थी.
- ऑल पार्टी मीटिंग सीएम एन बीरेन सिंह ने सभी दलों से सपोर्ट मांगा और राज्य में शांति स्थापित करने की सभी से अपील की. हालाता पर काबू पाने के लिए राज्य में भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है.
- मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में आज सुबह 7 बजे से लेकर 10 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जाएगी. तीन मई को भड़की हिंसा के बाद यहां कर्फ्यू लगा दिया गया था.
- सूत्रों के मुताबिक करीब 20 हजार लोगों को हिंसाग्रस्त इलाकों से सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. इनमें पहाड़ियों में बसे मैतेई और इंफाल घाटी में बसे कुकी समुदाय के लोग भी शामिल हैं.
- सेना ने म्यांमार से लगी सीमा पर ड्रोन के जरिए निगरानी बढ़ा दी है. मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने कहा कि घाटी में रहने वाले उग्रवादी सीमा से सटे घने जंगलों में छिपे हुए हैं.
- मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) में शामिल करने की मांग को लेकर मणिपुर में हिंसा भड़की. दरअसल, चार दिन पहले बुधवार को ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर ने चुराचांदपुर के तोरबंग में ‘आदिवासी एकता मार्च’ निकाला था.
- इसी मार्च के दौरान आदिवासियों और गैर-आदिवासियों के बीच हिंसा भड़क गई. हालात इतने बेकाबू हो गए कि पुलिस को आंसू गैस तक के गोले छोड़ने पड़े. इसके बाद भी जब स्थिति नहीं सुधरी तब सिक्योरिटी फोर्सेज की कंपनियों को तैनात किया गया.