रॉबर्ट वाड्रा ने भी जताई ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका… बैटरी मामले में कांग्रेस के रुख से सहमति जताई
रॉबर्ट वाड्रा ने हरियाणा चुनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान से सहमत हैं कि जहां-जहां ईवीएम मशीनों में 99% बैटरी लाइफ थी वहां कांग्रेस को नुकसान हुआ जबकि जहां बैटरी 60-70 प्रतिशत चार्ज थी वहां कांग्रेस की जीत हुई.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने हरियाणा चुनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान से सहमत हैं कि जहां-जहां ईवीएम मशीनों में 99% बैटरी लाइफ थी, वहां कांग्रेस को नुकसान हुआ, जबकि जहां 65% बैटरी थी, वहीं कांग्रेस की जीत हुई. वाड्रा ने कहा कि एग्जिट पोल से भी यही लग रहा था कि कांग्रेस की सरकार बन रही है.
दरअसल कांग्रेस पार्टी की ओर से महासचिव जयराम रमेश ने हरियाणा चुनाव के नतीजों पर सवाल उठाते हुए इसे षड्यंत्र बताया. उन्होंने कहा कि जहां ईवीएम में 99 प्रतिशत बैटरी होती है, वहां भाजपा जीतती है और जहां 60-70 प्रतिशत बैटरी है, वहां कांग्रेस जीतती है. ऐसा कैसे संभव हो सकता है?
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, मैं राजनीति में नहीं हूं लेकिन पिछले 10-15 वर्षों से कई पार्टियों ने मेरे नाम का इस्तेमाल किया है, इसलिए मुझे राजनीतिक तरीकों को अपनाना पड़ा. उन्होंने मुझे राजनीति में खींच लिया और इसलिए मैं राजनीति में रुचि लेता हूं. मैं विभिन्न राज्यों में लोगों से मिलता हूं और राजनीतिक रूप से सक्रिय रहता हूं. चुनाव नतीजों पर बात करते हुए कहा कि जो भी सरकार बनाए वह अपने वादे पूरे करे.
#WATCH | Delhi | Businessman Robert Vadra says, “I am not in politics, but many parties have used my name for the last 10-15 years and hence I had to adapt to political ways. They dragged me into politics and hence, I take an interest in politics and I meet people in different pic.twitter.com/1qa5uHsAnw
— ANI (@ANI) October 9, 2024
क्या है बैटरी का मामला
चुनाव में हार के बाद कांग्रेस नेताओं ने हिसार, महेंद्रगढ़ और पानीपत जिलों में ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया. उनका कहना है कि जिन ईवीएम की बैटरी 99 प्रतिशत चार्ज थी, वहां कांग्रेस उम्मीदवारों की हार हुई है, जबकि जहां बैटरी 60-70 प्रतिशत चार्ज थी, वहां कांग्रेस की जीत हुई.
कांग्रेस के इस आरोप पर चुनाव आयोग ने खारिज करते हुए कहा कि ईवीएम की शुरुआत में उम्मीदवारों की मौजूदगी में कंट्रोल यूनिट में नई बैटरियां डाली जाती हैं और उन्हें सील कर दिया जाता है. बैटरी शुरुआत में 7.5 से 8 वोल्ट के बीच वोल्टेज देती है. इसलिए जब वोल्टेज 7.4 से ऊपर होता है, तो बैटरी की क्षमता 99 प्रतिशत दिखाई देती है. ईवीएम के इस्तेमाल से इसकी बैटरी की क्षमता कम होती जाती है.