कोलकाता उत्तर सीट पर 92 हजार 560 वोटों से जीते TMC के सुदीप बंदोपाध्याय, जानिए उनके बारे में
पश्चिम बंगाल की लोकसभा उत्तर सीट पर एक बार फिर से सुदीप बंदोपाध्याय को जीत मिली है. जनता ने उन्हें एक बार फिर से चुना है. वो छठी बार सांसद बने हैं. उन्होंने बीजेपी की तरफ से मैदान में उतरे तापस रॉय को शिकस्त दी है. चलिए जानते हैं सुदीप बंदोपाध्याय के बारे में
तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेता सुदीप बंदोपाध्याय को एक बार फिर से पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने उनकी परंपरागत सीट कोलकाता उत्तर से टिकट दिया था. जीत दर्ज करते हुए वो छठी बार सांसद बन गए. उन्होंने 92 हजार 560 वोटों से बीजेपी के तापस रॉय को हराया. सुदीप बंदोपाध्याय को 4 लाख 54 हजार 696 वोट मिले और तापस रॉय के खाते में 3 लाख 62 हजार 136 वोट आए. साल 2008 के परिसीमन के दौरान अस्तित्व में आई लोकसभा सीट पर हुए पहले चुनाव में ही सुदीप बंदोपाध्याय बहुमत से जीते थे. इसी सीट से 2014 और फिर साल 2019 में हुए चुनाव में जीत कर पहले ही हैट्रिक लगा चुके हैं और अब चौथी जीत के लिए मैदान में उतरे हैं. इससे पहले वह 12वीं और 13वीं लोकसभा के लिए भी निर्वाचित होकर संसद पहुंच चुके हैं.
सुदीप बंदोपाध्याय टीएमसी के सबसे अनुभवी और कद्दावर नेताओं में से एक हैं. 2019 के चुनावों में नामांकन दाखिल करते हुए उन्होंने अपनी 6 करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा किया था. सुदीप बंदोपाध्याय रोज वैली पोंजी फर्म घोटाले में भी आरोपी हैं और इस मामले में उनका नाम आने के बाद सीबीआई ने उन्हें 3 जनवरी 2017 को गिरफ्तार भी किया था. सुदीप बंदोपाध्याय वैसे तो 70 के दशक में ही राजनीति में आए गए थे. हालांकि वह पहली बार 1987 में चुनावी राजनीति में उतरे और 1987 से 1991 वाले विधानसभा के कार्यकाल में विधायक चुने गए.
पहली बार 1998 में जीते चुनाव
इसके बाद उन्होंने 1991, 1996 और 1998 में विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की. ममता बनर्जी के बेहद खास सुदीप बंदोपाध्याय को पहली बार 1998 में लोकसभा का टिकट मिला और वह 12वीं लोकसभा के सदस्य बने. फिर उन्होंने 1999 में 13वीं लोकसभा चुनाव भी जीत कर संसद पहुंचे. टीएमसी ने साल 2006 में हुए पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनावों में उतारा. इसमें वह जीते और विधानसभा पहुंचे. हालांकि फिर 2009 में टीएमसी ने उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार कर संसद पहुंचा दिया. सुदीप बंदोपाध्याय साल 2014 में संसद में पार्टी के नेता भी रहे हैं. साल 2019 में भी उनकी टक्कर बीजेपी प्रत्याशी के साथ हुई थी. उस समय बीजेपी नेता राहुल विश्वजीत सिन्हा मामूली अंतर से चुनाव हार गए थे.
अगर बात सुदीप बंदोपाध्याय के एजुकेशन की करें तो वो कलकत्ता यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं. उन्होंने बी.एससी की है. उनकी पत्नी नैना बंदोपाध्याय भी टीएमसी में ही हैं. नैना साल 2014 से चौरांगी विधासभा क्षेत्र से विधायक हैं. नैना एक एक्ट्रेस भी हैं और वो बंगाली सिनेमा में काम कर चुकी हैं.