गुरुग्राम में 4जी-5जी कनेक्टिविटी मॉड्यूल प्रोडक्शन लाइन शुरू, जानिये क्या होगा फायदा

गुरुग्राम में 4जी-5जी कनेक्टिविटी मॉड्यूल प्रोडक्शन लाइन शुरू, जानिये क्या होगा फायदा

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उद्घाटन के मौके पर कहा कि टेलीकॉम सेक्टर में निर्यात बढ़ा है. भारत में निर्मित डिवाइसेस अमेरिका जैसे देशों में निर्यात किये जा रहे हैं. रोजगार बढ़ा है. यहां 17,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला हुआ है.

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारत में पहली 4जी और 5जी कनेक्टिविटी मॉड्यूल प्रोडक्शन लाइन का वर्चुअल उद्घाटन किया है. टेलिट एक अमेरिकी बेस्ड वीवीडीएन टेक्नोलॉजीज कंपनी है. कंपनी ने इस अत्याधुनिक मॉड्यूल की मैन्युफैक्चरिंग मानेसर, गुरुग्राम, हरियाणा में किया है. ये यूनिट भारत को टेलीकॉम सेक्टर में और मजबूती देता है. इस मौके पर वीवीडीएन की पार्टनर कंपनी टेलिट के सीईओ पाओलो दाल पिनो भी मौजूद थे.

इस अवसर पर बोलते हुए, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस अत्याधुनिक यूनिट का निर्माण भारत के लिए गर्व की बात है. यह एक बहुत ही एडवांस मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस है, जिस पर हम सभी को गर्व है. ये सब इस देश में 9 साल पहले हुए नेतृत्व परिवर्तन से संभव हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि क्लीयर टारगेट रखने वाले नेता के आने से यह संभव हो सका.

पहले हमारे यहां टेलीकॉम डिवाइसेस इंपोर्ट किए जाते थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण की वजह से 5G को अक्टूबर 2022 में लॉन्च किया गया था. कुछ ही महीनों में यह बहुत बढ़ गया. अब टेलीकॉम सेक्टर समृद्ध है. भारत सबसे बड़े 5G नेटवर्क इकोसिस्टम वाला तीसरा देश है.

टेलीकॉम सेक्टर में निर्यात बढ़ा है. भारत में निर्मित डिवाइसेस अमेरिका जैसे देशों में निर्यात किये जा रहे हैं. रोजगार बढ़ा है. यहां 17,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला हुआ है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत के टेलीकॉम प्रोडक्ट्स को प्रतिष्ठित सिक्स सिग्मा सर्टिफिकेशन मिल गया है.

आज भारत टेलीकॉम टेक्नोलॉजी में सबसे आगे है. यह प्रधानमंत्री के नजरिये के कारण है. ऐसे लोग हैं जिन्हें अब भी है कि भारत में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में क्या वैल्यू एडिशन है. उन्हें आकर इस यूनिट को देखना चाहिए.

महिला कर्मचारियों को दिया धन्यवाद

उद्घाटन के दौरान यूनिट में महिला कर्मचारी भी मौजूद थीं. इस मौके पर मंत्री अश्विनी वैष्णव से एक महिला ने इस काम के बारे में बोलने को कहा. आकांक्षा द्विवेदी ने बात की और मशीन संचालन कार्य के बारे में बताया. लड़कियों को मशीनें चलाने की इजाजत नहीं है. लेकिन, यहां हमने तीन साल तक मशीन चलाकर विशेषज्ञता हासिल की है. आकांक्षा ने कहा कि वीवीडीएन में काम करने में बहुत मजा आ रहा है.