Bournvita Controversy: बॉर्नविटा को मिला सरकारी नोटिस, कंपनी को भ्रामक विज्ञापन हटाने के दिए निर्देश

Bournvita Controversy: बॉर्नविटा को मिला सरकारी नोटिस, कंपनी को भ्रामक विज्ञापन हटाने के दिए निर्देश

आयोग ने कहा कि उन्हें कंप्लेंट मिली है कि बॉर्नविटा में शक्कर मिलानी पड़ रही है. इससे ये बच्चों के लिए खतरनाक हो सकता है. बॉर्नविटा में शक्कर के अलावा भी कई ऐसी चीजें मिले जा रही हैं जो उनके लिए खतरनाक हो सकती हैं.

बच्चों की फेवरेट हेल्थ पाउडर ड्रिंक बोर्नविटा को बाल अधिकार ने नोटिस भेजा है. बाल अधिकार ने कहा है कि कंपनी अपना भ्रामक ad तुरंत हटाए. आयोग ने कहा कि उन्हें कंप्लेंट मिली है कि बॉर्नविटा में शक्कर मिलानी पड़ रही है. इससे ये बच्चों के लिए खतरनाक हो सकता है. बॉर्नविटा में शक्कर के अलावा भी कई ऐसी चीजें मिले जा रही हैं जो उनके लिए खतरनाक हो सकती हैं.

वहीं, आयोग ने कंपनी से 7 दिन के अंदर उनसे इस मामले में जवाब मांगा है. आईये जानते हैं क्या है पूरा मामला जिसपर ये विवाद हुआ और बात यहां तक आ गई कि बाल मंत्रालय को इसमें दखल देना पड़ा.

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अपना विज्ञापन हटाए कंपनी

बाल अधिकार ने बॉर्न्विटा से कहा कि उनको शिकायत मिली है कि हेल्थ पाउडर ड्रिंक में शक्कर मिलाये जाने की शिकायत मिली है. इसके साथ ही पाउडर में बाकि जो मिक्सचर फॉर्मूला का इस्तेमाल किया जा रहा है वो बच्चों के लिए हानिकारक हो सकता है. इसलिए कंपनी ने कस्टमर्स को भ्रमित करने वाले एड्स को हटाने के लिए कहा है.

क्या है मामला?

हाल ही में सोशल मीडिया पर एक शख्स ने अपने वीडियो में बॉर्निवीटा पर ज्यादा शुगर कंटेंट इस्तेमाल करने की बात कही थी. उसने कहा था कि हेल्थ पाउडर ड्रिंक अपने मिक्सचर में शुगर, कोको सॉलिड्स और कैंसर को पैदा करने वाले कंटेंट का इस्तेमाल करती है. जो बच्चों के लिए हानिकारक हो सकते हैं. तभी से मामले ने तुल पकड़ना शुरू कर दिया है.

कितना पुराना है ब्रांड

बॉर्नविटा साल 1920 में पहली बार दुनिया में लॉन्च हुआ था. फिर 1948 में ये भारत आया और तब से बच्चों की फेवरेट ड्रिंक बन गया. तब से हर गांव से लेकर शहर के हर घर में इस ड्रिंक ने अपनी एक जगह बना ली.