बच्चों पर आए गुस्सा तो इस तरह करें कंट्रोल, बनेंगे अच्छे पेरेंट्स

बच्चों पर आए गुस्सा तो इस तरह करें कंट्रोल, बनेंगे अच्छे पेरेंट्स

कुछ पेरेंट्स ऐसे होते हैं जो बच्चों पर अपना गुस्सा उतार देते हैं. इस दौरान उन्हें डांट देते हैं. वहीं कुछ हाथ भी उठा देते हैं. लेकिन ये सही तरीका नहीं है. आपको अपने गुस्से को कैसे कंट्रोल करना चाहिए आइए जानें.

बच्चों की परवरिश आसान काम नहीं है. इस दौरान पेरेंट्स को कई दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है. कुछ परिस्थितियां ऐसी होती हैं जहां ये समझ पाना बहुत मुश्किल होता है कि इससे कैसे निपटा जाए. बहुत से पेरेंट्स हर परिस्थिति को बहुत ही समझदारी से सुलझा लेते हैं. लेकिन कुछ के लिए ये बहुत ही मुश्किल होता है. ऐसे में कई बार पेरेंट्स बच्चों पर गुस्सा भी उतार देते हैं. उन पर हाथ उठा देते हैं या उन्हें डांट देते हैं. लेकिन ऐसा करना सही नहीं है.

अगर आप भी बच्चों पर कई बार गुस्सा उतार देते हैं तो इसे कंट्रोल करना सीखें. ये बहुत ही जरूरी है. गुस्से पर काबू पाने के लिए आप कौन से तरीके आजमा सकते हैं आइए जानें.

सजा न दें

बच्चों को कभी भी गुस्से में सजा न दें. इससे बच्चों की मानसिकता पर बहुत ही बुरा असर पड़ता है. ये आगे चलकर उनके भविष्य को भी बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है. इसलिए ऐसा करने से बचें. अगर आपको बहुत ज्यादा गुस्सा आए तो गहरी सांस लें.

उनके नजरिए से देखें

कई बार बच्चे कुछ ऐसा काम कर देते हैं जो पेरेंट्स के लिए एक्सेप्ट करना बहुत मुश्किल हो जाता है. बहुत से पेरेंट्स इस दौरान उनकी बात को सुनते और समझते नहीं है. उन्हें डांट देते हैं. लेकिन इससे परिस्थितियां और भी खराब हो जाती है. ऐसे में जरूरी कि आप बच्चों को नजरिए से उस परिस्थिति को समझे. इससे आप अपने बच्चों को भी बेहतर तरीके से समझ पाएंगे.

शांत रहें

जब आपको गुस्सा आए तो उस समय शांत रहें. इससे आप चीजों को बेहतर तरीके से सुलझा पाएंगे. शांत रहने से आप उचित व्यवहार भी रख सकेंगे. इससे आपको सोचने समझने के लिए समय मिलेगा. इससे आप बिना गुस्सा हुए इस स्थिति को बेहतर तरीके से संभाल पाएंगे.

गलती मानना

अगर आपसे बच्चों के सामने कोई गलती हुई है तो इसे एक्सेप्ट करें. उनसे माफी मांगे. इससे बच्चे आपसे बात करने के लिए प्रेरित होंगे. कई बार बच्चों से कोई गलती हो जाती है तो पेरेंट्स उससे भविष्य में भी दोहराते रहते हैं. लेकिन ऐसा करने से बचें. उस गलती के लिए उन्हें फिर से डांटे नहीं. उन पर हाथ उठाएं. इससे बच्चों पर अच्छा प्रभाव नहीं पड़ता है. इससे बच्चे चिड़चिड़े हो जाते हैं.