बाघ, शेर, चीता के लिए होगा इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस, भारत निवेश करेगा $100 मिलियन

बाघ, शेर, चीता के लिए होगा इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस, भारत निवेश करेगा $100 मिलियन

International Big Cat Alliance: 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद से संरक्षित क्षेत्र भी बढ़े हैं. देश के भौगोलिक क्षेत्र के अनसार यह क्षेत्र 4.90 प्रतिशत से बढ़कर 5.03 प्रतिशत हो गया है.

भारत ने बड़ी बिल्लियों की रक्षा के लिए अपने नेतृत्व में एक मेगा वैश्विक गठबंधन शुरू करने और 100 मिलियन डॉलर (800 करोड़ रुपये से अधिक) के निवेश का आश्वासन दिया है. इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस (IBCA) सात बड़ी बिल्लियों- बाघ, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ, प्यूमा, जगुआर और चीता के संरक्षण की दिशा में काम करेगा. गठबंधन की सदस्यता 97 रेंज देशों के लिए खुली होगी, जिसमें अन्य इच्छुक राष्ट्र, अंतर्राष्ट्रीय संगठन आदि भी शामिल हो सकते हैं.

जानकारी के मुताबिक पिछले महीने भारत सरकार ने संभावित IBCA सदस्य देशों के सामने अपना प्रस्ताव रखा है. इसको अगले महीने भारत में में लॉन्च होने की उम्मीद है. पर्यावरण मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, गठबंधन पिछले साल नामीबिया से चीतों के आने से प्रेरित था.

आज हमारे पास सभी बड़ी बिल्लियां

मंत्रालय के मुताबिक हमें चीते मिले हैं, इसलिए हम दुनिया के एकमात्र देश हैं जहां बाघ, शेर, तेंदुए, हिम तेंदुए और चीते जंगल में हैं. प्यूमा और जगुआर को छोड़कर आज हमारे पास सभी बड़ी बिल्लियां हैं. इसलिए यह उचित ही है कि भारत सभी बिग कैट रेंज वाले देशों को संयुक्त राष्ट्र जैसे एक छत्र के नीचे लाने का बीड़ा उठाए.

बड़ी बिल्लियों की बढ़ी आबादी

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत में बड़ी बिल्लियों की आबादी बढ़ी है. इसमें बाघों की संख्या 2014 में 2,226 से बढ़कर 2018 में 2,967 हो गई. वहीं एशियाई शेरों की आबादी जो 2015 में 523 थी 2022 में 674 तक पहुंच गई है. वहीं तेंदुओं की बात करें तो इसकी संख्या 2014 में 7,910 थी लेकिन 2022 में भारत में तेंदुओं की संख्या 12,852 हो गई है. यानी तेंदुओं आबादी में 60 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.

2014 के बाद संरक्षित क्षेत्र भी बढ़े

2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद से संरक्षित क्षेत्र भी बढ़े हैं. देश के भौगोलिक क्षेत्र के अनसार यह क्षेत्र 4.90 प्रतिशत से बढ़कर 5.03 प्रतिशत हो गया है. अधिकारियों ने कहा कि 2014 में 1,61,081.62 वर्ग किमी में 740 संरक्षित क्षेत्र थे और उनकी संख्या अब 1,71,921 वर्ग किमी के क्षेत्र के साथ 981 है.

बाघों की संख्या को दोगुना करने का लक्ष्य

वहीं भारत में 18 राज्यों में लगभग 75,000 वर्ग किमी क्षेत्र में फैले 52 बाघ अभयारण्य हैं. इनमें जंगली बाघों की वैश्विक आबादी का लगभग 75 प्रतिशत हिस्सा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक देश ने 2018 में ही बाघों की संख्या को दोगुना करने का लक्ष्य हासिल कर लिया है.

महासचिव नियुक्त करेगी आईबीसीए

IBCA की शासन संरचना में सभी सदस्य देशों की एक महासभा, कम से कम सात की एक परिषद, लेकिन 15 से अधिक नहीं, 5 साल की अवधि के लिए महासभा द्वारा चुने गए सदस्य देशों और एक सचिवालय शामिल होंगे. परिषद की सिफारिश पर, महासभा एक विशिष्ट अवधि के लिए आईबीसीए महासचिव नियुक्त करेगी.