सिसोदिया का वित्त मंत्रालय गहलोत को तो शिक्षा मंत्री होंगे राजकुमार आनंद; List

सिसोदिया का वित्त मंत्रालय गहलोत को तो शिक्षा मंत्री होंगे राजकुमार आनंद; List

सीएम केजरीवाल ने दोनों मंत्रियों का इस्तीफा एलजी विनय सक्सेना को भेजा था, एलजी ने उसे राष्ट्रपति को भेज दिया. राष्ट्रपति ने दोनों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं.

दिल्ली: भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे मनीष सियोदिया और सत्येंद्र जैन का इस्तीफा राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया है. सीएम केजरीवाल ने दोनों मंत्रियों का इस्तीफा एलजी विनय सक्सेना को भेजा था, एलजी ने उसे राष्ट्रपति को भेज दिया. राष्ट्रपति ने दोनों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं. जिसके बाद नए मंत्रियों का ऐलान किया गया है. अब मनीष सिसोदिया के मंत्रालयों का बंटवारा हो गया है. मनीष सिसोदिया का वित्त मंत्रालय कैलाश गहलोत को सौंपा गया है. वहीं उनका शिक्षा मंत्रालय राजकुमार आनंद को दिया गया है.

सिसोदिया ने दिल्ली मंत्रिमंडल से दिए गए अपने इस्तीफे में आरोप लगाया कि झूठे और निराधार आरोपों पर उनके खिलाफ साजिश रची गई है, सच सामने आएगा. तीन पन्नों के बिना तारीख वाले पत्र पर उपमुख्यमंत्री के कार्यालय की मुहर लगी है.सिसोदिया ने पत्र में कहा कि उन्होंने पूरी ईमानदारी के साथ दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों के लिए काम किया. उनके साथ लाखों बच्चों का आशीर्वाद और उनके माता-पिता का प्यार है.सबसे बड़ी बात यह है कि दिल्ली में शिक्षा क्रांति की शुरुआत करने वाले हजारों शिक्षकों का उनको आशीर्वाद है.उन्होंने कहा कि मुझ पर लगाए गए आरोपों की सच्चाई सामने आएगी और यह साबित होगा कि ये झूठे हैं.

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कैलाश गहलोत के पास कौन से मंत्रालय?

  • वित्त मंत्रालय
  • प्लानिंग मंत्रालय
  • लोक निर्माण विभाग
  • बिजली विभाग
  • गृह मंत्रालय
  • अर्बन डेवलपमेंट विभाग
  • सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग
  • जल विभाग

राज कुमार आनंद के पास कौन से विभाग?

  • शिक्षा विभाग
  • भूमि और भवन विभाग
  • सतर्कता विभाग
  • सर्विस विभाग
  • पर्यटन विभाग
  • कला और संस्कृति विभाग
  • श्रम विभाग
  • रोजगार विभाग
  • स्वास्थ्य विभाग
  • उद्योग विभाग

मनीष सिसोदिया को 26 फरवरी को सीबीआई ने शराब नीति मामले में गिरफ्तार किया था. वहीं सत्येंद्र जैन 30 मई 2022 को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार हुए थे.इसके बाद से विपक्षी भारतीय जनता पार्टी उनके इस्तीफे की मांग कर रही थी.सिसोदिया भी अगस्त 2022 में आबकारी नीति घोटाले में उनका नाम सामने आने पर जांच के घेरे में आ गए. सीबीआई ने साल 2021-22 के लिए शराब नीति बनाने और उसे लागू करने में कथित भ्रष्टाचार को लेकर सिसोदिया को रविवार शाम गिरफ्तार किया था. यह नीति अब रद्द की जा चुकी है.

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इनपुट-भाषा के साथ