मिशन 2024 में लगे बीजेपी के ये 7 मोर्चे, इस तरह करोड़ों लोगों तक बनाएंगे पहुंच

मिशन 2024 में लगे बीजेपी के ये 7 मोर्चे, इस तरह करोड़ों लोगों तक बनाएंगे पहुंच

2024 लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियों में जुटी बीजेपी ने वैसे तो पूरे संगठन पदाधिकारियों और नेताओं को जिम्मा तय दिया है. साथ ही बीजेपी ने अपने सभी 7 मोर्चों को लोगों को जोड़ने का बड़ा दायित्व सौंप रखा है. पार्टी नेतृत्व ने मोर्चों को आउटरीच प्रोग्राम चलाकर आगामी लोकसभा चुनाव के लिए जनमानस तैयार करने का दायित्व अपने सभी मोर्चों को सौपी हैं.

जनसंपर्क और लोगों को पार्टी से जोड़ने के क्रम में बीजेपी ने युवा मोर्चा और महिला मोर्चा पर दांव लगाया है. बीजेपी नेतृत्व ने बीजेपी युवा मोर्चा को एक करोड़ युवकों को “नमो वॉरियर्स” बनाने का जिम्मा सौंपा है. अब युवा मोर्चा पूरे देश में एक करोड़ “नमो वॉरियर्स” जोड़ेगा. इसके साथ ही युवा मोर्चा को देश के अलग-अलग हिस्सों में दो “युवा सम्मेलन” करेगा. प्रत्येक युवा सम्मेलन में 25 हजार से ज्यादा लोग शामिल होंगे.

बीजेपी युवा मोर्चा देश भर में “नव मतदाता सम्मेलन” भी चलाएगा. पहली बार वोटर बने युवाओं के इस नव मतदाता सम्मेलन में 5000 युवकों की बैठक आयोजित की जाएगी. इसके अलावा 2500 से अधिक संख्या के साथ युवती सम्मेलन आयोजित करने का निर्देश बीजेपी युवा मोर्चा को दिया गया है. इसके अलावा 2 लाख से अधिक “युवा मोर्चा अड्डा” और शक्ति केंद्रों पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन बीजेपी युवा मोर्चा कराएगी.

बीजेपी ने महिला मोर्चा को दी बड़ी जिम्मेदारी

बीजेपी ने महिला मोर्चा को भी पार्टी के तरफ से आउटरीच प्रोग्राम चलाकर एक करोड़ “कमल शक्ति वॉरियर्स” बनाने का लक्ष्य दिया गया है. लोकसभा चुनाव तक बीजेपी महिला मोर्चा देश भर में 25000 से ज्यादा महिलाओं के साथ 2 “महिला अधिवेशन” करेगा. एक करोड़ कमल शक्ति वॉरियर्स बनाने और 25000 महिला अधिवेशन करने के साथ ही सेल्फ हेल्प ग्रुपों और एनजीओ के साथ बड़े स्तर पर संपर्क की योजना महिला मोर्चा को दी गई है.

बीजेपी ने अल्पसंख्यक मोर्चा भी बनाया, दी ये जिम्मेदारी

बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा को 25 लाख “नमो मित्र” बनाने का लक्ष्य दिया गया है. बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा को 10,000 “स्नेह संवाद” आयोजित करने के निर्देश भी दिया गया है. साथ ही, बीजेपी माइनोरिटी मोर्चा 25000 लोगों के साथ 2 बड़े “अल्पसंख्यक महाधिवेशन” आयोजित करेगा. लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी एससी मोर्चा दो बड़े महाधिवेशन करेगा. इस “दलित अधिवेशन” में 25000 से अधिक लोगों को बुलाने की योजना है.

बीजेपी ने एससी मोर्चा को देश के अलग अलग हिस्सों में करीब एक लाख दलित बस्तियों तक पहुंचने का लक्ष्य दिया है. पार्टी “दलित बस्ती संपर्क और संवाद” चलाकर एससी वर्ग के बीच अपने पैठ को मजबूती देगी. इसके साथ ही, बीजेपी एससी मोर्चा देशभर के करीब 10,000 होस्टल पहुंचकर इन छात्रावासों में “दलित युवा संवाद” कार्यक्रम चलाएगा. बीजेपी आला नेतृत्व ने एसटी मोर्चा को देश के अलग अलग हिस्सों में 2 बड़े “जनजातीय महाधिवेशन” आयोजित करने का लक्ष्य दिया है.

बीजेपी ने एसटी और किसान मोर्चा को दी ये जिम्मेदारी

एसटी मोर्चा देशभर में जिला और समुदाय स्तर के 10000 “जनजातीय सामाजिक सम्मेलन” चलाएगा. साथ ही एसटी मोर्चा, देशभर के एक लाख गांव तक पहुंचकर “जनजाति महासंपर्क एवं चौपाल” आयोजित करेगा. बीजेपी किसान मोर्चा को भी 3 तरह के कार्यक्रम चलाने का लक्ष्य दिया गया है. बीजेपी किसान मोर्चा 25000 किसानों के साथ देश में 2 बड़े “किसान महाधिवेशन” आयोजित करेगा. इसके अलावा किसान मजदूरों यानि भूमिहीन किसानों के साथ बीजेपी किसान मोर्चा “महासंपर्क अभियान” चलाएगा.

साथ ही देश के अलग अलग 1 लाख गांव तक पहुंचने और वहां “ग्राम परिक्रमा एवं प्राकृतिक खेती प्रचार अभियान” चलाने का निर्देश भी किसान मोर्चा को दिया गया है. बीजेपी ओबीसी मोर्चा को 2 बड़ा “ओबीसी महाधिवेशन” करना है. 25 हजार से अधिक पिछड़े समूह के लोगों प्रत्येक अधिवेशन में शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके अलावा जिला और सामुदायिक स्तर पर करीब 10,000 सम्मेलन का आयोजन ओबीसी मोर्चा करेगा. साथ ही, बीजेपी ने देश के करीब 10,000 होस्टल तक पहुंचकर “ओबीसी युवा संवाद” चलाने का लक्ष्य रखा है.

बीजेपी ने अलग-अलग मोर्चे को क्या जिम्मेदारी दी?

बीजेपी युवा मोर्चा के 5 और महिला मोर्चा, एससी मोर्चा, एसटी मोर्चा, ओबीसी मोर्चा, अल्पसंख्यक और किसान मोर्चा को 3-3 कार्यक्रम समेत सभी 7 मोर्चे कुल 22 कार्यक्रम चलाएगा. बीजेपी पूरे देश में जनवरी के पहले हफ्ते से लेकर लोकसभा चुनाव के घोषणा तक केंद्र की मोदी सरकार द्वारा उस समूह के लिए किए गए कामों से रूबरू करवाएगी और आगे के लिए समूह स्तर पर मोदी सरकार के पक्ष में जनमानस को तैयार करने का काम करेगी.