PhonePe बिगाड़ेगा Google का खेल, जल्द लॉन्च करेगा देसी App Store

PhonePe बिगाड़ेगा Google का खेल, जल्द लॉन्च करेगा देसी App Store

PhonePe vs Google: UPI बिजनेस की बात करें तो फोनपे और गूगल कई सालों से भिड़ते आ रहे हैं. अब पेमेंट के अलावा एक और सेक्टर में फोनपे गूगल के लिए चुनौती बनेगा. आइए देखते हैं कि क्या माजरा है.

UPI पेमेंट्स ऐप की दुनिया में PhonePeका सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. Google Pay जैसी कंपनियां फोनपे से तगड़ा मुकाबला करती हैं. बता दें कि गूगल पे दूसरा सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला यूपीआई ऐप है. फोनपे और गूगल के बीच अब कंपटीशन और भी ज्यादा बढ़ जाएगा. दरअसल, इंडियन फिनटेक फर्म एक एंड्रायड ऐप स्टोर लॉन्च करने वाली है. इससे एंड्रायड ऐप स्टोर मास्टर गूगल के लिए खतरा पैदा हो सकता है. हालांकि, गूगल प्ले स्टोर का यूजरबेस बहुत बड़ा है.

इंडिया की UPI मार्केट में फोनपे और गूगल पिछले कई सालों से एक-दूसरे को टक्कर देते आ रहे हैं. हालांकि, वॉलमार्ट की सपोर्ट वाले फोनपे कुछ अलग करने की फिराक में है. मोबाइल पेमेंट की लीडर कंपनी गूगल को चुनौती देने के लिए ऐप स्टोर लॉन्च करने की प्लानिंग कर रही है.

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फोनपे ने लॉन्च किया Pincode

फोनपे ने हाल ही में Pincode ऐप को भी लॉन्च किया है. ई-कॉमर्स सेगमेंट ऐप हाइपरलोकल लेवल पर यूजर्स को एक से बढ़कर एक ऑप्शन देता है. दूसरी तरफ, नया ऐप स्टोर लाना कंपनी की तैयारी को दिखाता है. पिनकोड की तरह अपकमिंग ऐप स्टोर भी हाइपरलोकल सर्विस देगा. कंपनी कस्टमर्स के हिसाब से ही ऐप और सर्विसेज मुहैया कराएगी.

PhonePe के ऐप स्टोर पर 12 लैंग्वेज की सपोर्ट

नए ऐप स्टोर पर यूजरबेस बढ़ाने पर कंपनी का पूरा फोकस रहेगा. ये यूजर्स को हाई-क्वालिटी एडवर्टाइजमेंट और कस्टम टारगेट का प्रीमियम एक्सपीरियंस देगा. फोनपे के अपकमिंग ऐप स्टोर में 12 भाषाओं की सपोर्ट मिलेगी. इससे लोगों का लोकल लेवल पर एक्सपीरिएंस काफी बेहतर हो जाएगा. हालांकि, इसकी सुविधाएं केवल भाषाओं पर निर्भर नहीं रहेगी.

CCI के फैसले का असर

टेकक्रंच की रिपोर्ट के मुताबिक, नया ऐप स्टोर लोकल लेवल पर यूजर के एक्सपीरिएंस को बढ़ावा देना चाहेगा. कंपनी नई खोज और कंज्यमर्स क्या चाहते हैं इसके आधार पर आगे बढ़ेगी. फोनपे का ऐप स्टोर जल्द लॉन्च किया जा सकता है. हालांकि, लॉन्च को लेकर अभी कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं मिली है.

कंपटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) के ऑर्डर के बाद अब कोई भी फोन मैन्यूफैक्चरर कंपनी किसी दूसरे ऐप स्टोर की सुविधा भी ले सकती है. दुनिया भर के ऐप स्टोर बाजार पर गूगल का 97 फीसदी कंट्रोल है.

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