राजस्थान में BJP विधायक दल की बैठक से पहले हलचल, वसुंधरा से मिलने पहुंचे 4 MLA

राजस्थान में BJP विधायक दल की बैठक से पहले हलचल, वसुंधरा से मिलने पहुंचे 4 MLA

राजस्थान उन तीन राज्यों में से एक है जहां बीजेपी ने हाल के चुनावों में जीत हासिल की है. राज्य में 200 में से 199 सीट के लिए हुए चुनाव के परिणाम तीन दिसंबर को घोषित किए गए. बीजेपी को 115 सीट पर जीत के साथ बहुमत मिला है. पार्टी 5 साल बाद सत्ता में आ रही है.

छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के बाद अब सबकी नजर राजस्थान पर है. राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन होगा, इस सस्पेंस से आज पर्दा उठने वाला है. सूत्रों की मानें तो आज बीजेपी विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के नाम पर मोहर लग जाएगी. हालांकि बैठक में निर्दलीय विधायकों को नहीं बुलाया गया है. उन्हें जयपुर में ही रहने के निर्देश दिए गए हैं. बता दें कि कुछ निर्दलियों ने बिना शर्त समर्थन पत्र सौंपा है.

विधायक दल की बैठक से पहले वसुंधरा राजे के आवास पर हलचल है. 4 विधायक वसुंधरा राजे से मिलने पहुंचे हैं. कालीचरण सराफ, बाबू सिंह राठौड़, प्रताप सिंह सिंघवी और गोपाल शर्मा पूर्व सीएम के आवास पर पहुंचे हैं. बता दें कि दो बार की मुख्यमंत्री रहीं वसुंधरा राजे के तेवर से बीजेपी आलाकमान के लिए परेशानी का सबब बन सकता है. माना जा रहा है कि पिछले दिनों बीजेपी के करीब 60 विधायक वसुंधरा राजे से मुलाकात कर चुके हैं. ज्यादातर विधायक यही कह रहे हैं कि सिर्फ शिष्टाचार मुलाकात थी. कुछ विधायक ये भी कहते हुए नजर आए कि वो वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं. वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह पर कुछ विधायकों की कथित बाड़ेबंदी के भी आरोप लगे थे.

मोदी-शाह की कर चुकी हैं तारीफ

वसुंधरा राजे लगातार आलाकमान को खुश करने में लगी हुई हैं. लगातार पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की तारीफ भी कर रही हैं. पहले चुनाव में जीत का श्रेय देने की बात हो या धारा 370 को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं.अब देखना होगा कि आलाकमान एक बार फिर वसुंधरा राजे के नाम पर मुहर लगाता है या कोई और सीएम का चेहरा होगा.

शाम 4 बजे होगी बैठक

बीजेपी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक शाम चार बजे होगी. बैठक में पार्टी पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह भी भाग लेंगे. सभी नव-निर्वाचित विधायकों को अनिवार्य रूप से विधायक दल की बैठक में उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं. बैठक में राजनाथ सिंह, सह-पर्यवेक्षक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पाण्डेय और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े भी मौजूद रहेंगे.

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत और अश्विनी वैष्णव राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे हैं.

क्या फिर चौंकाएगी बीजेपी?

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ की तरह क्या बीजेपी इस बार भी चौंकाएगी. चुनाव हारने वाले राजेंद्र राठौड़ समेत पार्टी नेताओं ने कहा कि बीजेपी में शक्ति प्रदर्शन की कोई परंपरा नहीं है.उन्होंने सोमवार को कहा, विधायक शुभकामनाओं का आदान-प्रदान करने के लिए वरिष्ठ नेताओं से मिलने जाते हैं और इसे केवल उसी अर्थ में नहीं देखा जाना चाहिए. उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य में सभी बीजेपी नेता एकजुट हैं.