Raksha Bandhan 2024: राखी पर बहन ने दिया ‘जीवन’, भाई को मिला सबसे बड़ा तोहफा; रुला देगा दोनों का ये प्यार

Raksha Bandhan 2024: राखी पर बहन ने दिया ‘जीवन’, भाई को मिला सबसे बड़ा तोहफा; रुला देगा दोनों का ये प्यार

ललित कुमार की बहन रूपा ने कहा कि वह बेहद खुश हैं. उन्हें खुशी इस बात की है कि उन्होंने अपने छोटे भाई की जान बचाई है. रूपा ने बताया कि उन्होंने खुद ही भाई को किडनी लेने के लिए तैयार किया. भाई नहीं चाहते थे कि उनकी वजह से उनकी बहन के जीवन में कोई परेशानी हो.

फरीदाबाद में राखी पर भाई की जान बचाकर सबसे बड़ा तोहफा दिया है. वैसे तो राखी के दिन बहनें भाइयों से तोहफा लेती हैं लेकिन फरीदाबाद कि रहने वाली महिला रूपा ने किडनी देकर भाई को सबसे बड़ा तोहफा दिया है. रूपा के भाई का नाम ललित कुमार है जो 2023 से किडनी की समस्या से परेशान था. क्रिएटिनिन बढ़ने के कारण ललित की डयलिसिस होती थी. बहन ने ललित को किडनी देने की बात कही तो उन्होंने मना कर दिया.

फरीदाबाद की रहने वाली महिला रूपा ने अपने भाई को राखी पर उपहार लेने के बजाए भाई की जान बचा कर उसे सबसे बड़ा तोहफा दिया है. बहन से किडनी लेने वाले ललित कुमार जनवरी 2023 किडनी की परेशानी का सामना कर रहे थे. जब चेक अप कराया गया तो पता चला कि उनका क्रेटीनिन 12 से ज्यादा था. उसके बाद उनका डायलिसिस शुरू हो गया. ललित कुमार के मुताबिक उनकी बहन भी फरीदाबाद में ही रहती हैं. ललित कुमार ने बताया कि जब बहन को मेरी परेशानी के बारे में पता चला तो वो खुद से आगे आईं. उन्होंने कहा कि भाई मैं किडनी देने के लिए तैयार हूं. ललित कुमार ने कहा हमने बहन को मना किया था लेकिन उन्होंने कुछ नही सुना.

बहन ने भाई को दिया तोहफा

देश में राखी और भाई बहन के प्यार के कई उदाहरण मिल जायेंगे. भाई बहन का प्यार आग से नहीं सदियों से चला आ रहा है. श्री कृष्ण से लेकर सिकंदर की पत्नी ने भाई बहन के प्यार को मजबूत करने का काम किया था. सिकंदर की पत्नी ने पोरस को राखी भेजी थी. वहीं फरीदाबाद से भाई-बहन के प्यार का एक नया उदाहरण सामने आया है. बहन ने भाई को राखी से दो दिन पहले किडनी देकर जान बचाई है.

भाई की जान बचाकर हम बहुत खुश हैं-रूपा

ललित कुमार की बहन रूपा ने कहा कि वह बेहद खुश हैं. बहन ने कहा कि हमें खुशी है कि हमने अपने छोटे भाई की जान बचाई है. रूपा ने बताया कि भाई मना कर रहा था लेकिन हमने उसकी बात को नजरअंदाज करते हुए किडनी दी है. भाई नहीं चाहता था कि उसकी वजह से हमें कोई परेशानी है. भाई किडनी लेने को तैयार नहीं था. हालांकि जब रूपा से पूछा गया कि उनके परिवार में किसी ने इस बात को लेकर नाराजगी तो नहीं जताई थी. रूपा ने बताया कि मेरे दो बच्चे हैं, मेरे पति की मौत हो चुकी है. उन्होंने कहा कि राखी के मौके पर भाई की जान बचा कर हम खुश हैं.

(रिपोर्ट- सुनील चौधरी/फरीदाबाद)