सोयाबीन से सस्ता मिल रहा सनफ्लॉवर ऑयल, किसानों को कैसे मिलेगा फसल का सही दाम?

सोयाबीन से सस्ता मिल रहा सनफ्लॉवर ऑयल, किसानों को कैसे मिलेगा फसल का सही दाम?

आम तौर पर सनफ्लॉवर ऑयल का रेट सोयाबीन तेल से ज्यादा होता है, लेकिन मौजूदा समय में सनफ्लॉवर ऑयल का दाम सोयाबीन तेल से भी कम हो गया है. ऐसे में आने वाले समय में सनफ्लॉवर सीड्स के किसानों को फसल का सही दाम मिल पाएगा.

खाने के तेल की किल्लत को दूर करने के लिए सरकार ने खाद्य तेलों के आयात की अनुमति दी हुई है. तेल-तिलहन के बाजार में सोयाबीन और सनफ्लॉवर ऑयल का इस कदर आयात हुआ है कि आने वाले दिनों में इसका असर सूरजमुखी की फसल पर देखने को मिल सकता है.

दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में शनिवार को गिरावट का रुख रहा है. लगभग सभी तेल-तिलहनों के दाम नुकसान के साथ बंद हुए.

सोयाबीन से सस्ता सनफ्लॉवर ऑयल

पीटीआई ने बाजार सूत्रों के हवाले से कहा है कि सूरजमुखी और सोयाबीन तेल के आयात से इनके भाव में कमी आई है. अभी जो सूरजमुखी की बिजाई हो रही है, आने वाले दिनों में उस पर इसका प्रतिकूल असर देखने को मिल सकता है. आम तौर पर सूरजमुखी तेल का भाव सोयाबीन से अधिक रहता है. मगर इस समय नौबत यह है कि सनफ्लॉवर ऑयल का भाव सोयाबीन तेल से भी 4 रुपये प्रति लीटर नीचे चल रहा है. सनफ्लॉवर बीज का दाम तो न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से भी 20-25 प्रतिशत नीचे है.

किसानों को कैसे मिलेगा सही दाम ?

बाजार सूत्रों ने कहा कि ज्यादा आयात होने से देश के तिलहन उत्पादक किसानों का हतोत्साहित होना लाजिमी है. जब सरकार खाद्य तेलों के महंगा होने पर आयात शुल्क घटा सकती है, ऐसे में जब खाद्य तेलों के बंदरगाहों पर दाम लगभग आधे से भी अधिक टूट चुके हों, तो सरकार को आयात शुल्क बढ़ाने के बारे में भी सोचना चाहिये.

ज्यादा था सनफ्लॉवर ऑयल पर आयात शुल्क

सूत्रों ने कहा कि सोयाबीन और सनफ्लॉवर ऑयल का भाव बढ़ना शुरु होने से पहले सनफ्लॉवर का इंपोर्ट प्राइस 1,400 डॉलर प्रति टन था. वहीं सोयाबीन तेल के का इंपोर्ट प्राइस 1,350 डॉलर प्रति टन था. उस समय इन दोनों ही तेलों पर 38.5 प्रतिशत का आयात शुल्क लगा हुआ था और आपूर्ति में कोई दिक्कत नहीं थी. उसके बाद कीमतें बढ़ना शुरु हुई तो सनफ्लॉवर ऑयल का दाम बढ़कर 2,450-2,500 डॉलर प्रति टन हो गया और सोयाबीन तेल के आयात का दाम 2,150-2,200 डॉलर प्रति टन तक ऊंचा हो गया.

इसके बाद सरकार ने अलग अलग चरणों में इन तेलों पर आयात शुल्क कम करना शुरू किया और अंत में कोटा व्यवस्था के तहत इन दोनों ही खाद्य तेलों के शुल्क मुक्त आयात की छूट दे दी.

सस्ता हो गया सोयाबीन और सनफ्लॉवर ऑयल

सूत्रों ने कहा कि पहले खुदरा बाजार में सूरजमुखी का भाव 225-235 रुपये लीटर तक था और सोयाबीन तेल का भाव 185-195 रुपये लीटर था. अब सनफ्लॉवर ऑयल का भाव 170-180 रुपये लीटर है जबकि सोयाबीन तेल का भाव 160-170 रुपये लीटर है. अधिकतम खुदरा मूल्य (MRP) के हिसाब से सनफ्लॉवर ऑयल 125-130 रुपये लीटर बिकना चाहिये पर यह तेल खुदरा बाजार में लगभग 170-180 रुपये लीटर बिक रहा है. इसी तरह सोयाबीन तेल एमआरपी के हिसाब से 125-135 रुपये लीटर बिकना चाहिये पर यह 160-170 रुपये लीटर के भाव से बिक रहा है.

उन्होंने कहा कि यानी जिस मात्रा थोक आयात भाव में कमी आई है, उपभोक्ताओं को उस मात्रा में लाभ पहुच नहीं पा रहा है. यह सब खुदरा कंपनियों और छोटी इकाइयों द्वारा एमआरपी काफी अधिक निर्धारित किये जाने की वजह से है.

(भाषा के इनपुट के साथ)