दुनिया में तहलका मचा रहा है ChatGPT, जानें क्या है इंडियन कनेक्शन?

दुनिया में तहलका मचा रहा है ChatGPT, जानें क्या है इंडियन कनेक्शन?

1988 में सैन फ्रांसिस्को में जन्मी मीरा मुराती का पालन-पोषण यूएसए में हुआ, हालाँकि, उनके माता-पिता भारतीय मूल के हैं. वह टेस्ला में सीनियर प्रोडक्ट मैनेजर के तौर पर काम कर चुकी हैं.

ChatGPT नाम का एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट विकसित करने वाली कंपनी की OpenAI की सीटीओ Mira Murati ने हाल ही में इसके दुरुपयोग पर अपनी चिंता व्यक्त की है. मीरा मुराती ने टाइम पत्रिका के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि एआई का दुरुपयोग किया जा सकता है.

मीरा ने अपने इंटरव्यू में कहा कि एआई का दुरुपयोग किया जा सकता है, या इसका उपयोग बैड एक्टर्स द्वारा किया जा सकता है. इसलिए, इस बारे में प्रश्न हैं कि आप ग्लोबल लेवल पर इस तकनीक के उपयोग को कैसे कंट्रोल करते हैं. आप ह्यूमन वैल्यूज के अनुरूप एआई के उपयोग को कैसे कंट्रोल करते हैं.

उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि कंपनी (OpenAI) को डिफ्रेंट सोर्सेज जैसे सरकारें, रेगूलेटर्स और बाकी सभी की मदद की जरुरत होगी. मुराती ने कहा ने कहा कि लेकिन हम लोगों का एक स्मॉल ग्रुप है और हमें इस सिस्टम में बहुत अधिक इनपुट की जरुरत है और बहुत अधिक इनपुट जोकि टेक्नोलॉजी से अलग है, जिसमें निश्चित रूप से रेगूलेटर्स, और सरकारें और बाकी सब भी शामिल हैं.

कौन हैं ChatGPT की क्रिएटर मीरा मुराती?

1988 में सैन फ्रांसिस्को में जन्मी मीरा मुराती का पालन-पोषण यूएसए में हुआ, हालाँकि, उनके माता-पिता भारतीय मूल के हैं. वह टेस्ला में सीनियर प्रोडक्ट मैनेजर के तौर पर काम कर चुकी हैं. उन्होंने डार्टमाउथ में थायर स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की है. मौजूदा समय में वह OpenAI में रिसर्च, प्रोडक्ट और पार्टनरशिप की सीनियर वाइस प्रेसीडेंट के रूप में काम कर रही हैं.

क्या है ChatGPT?

ChatGPT सैन फ्रांसिस्को स्थित AI रिसर्च कंपनी OpenAI द्वारा विकसित एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट है. नवंबर 2022 में जारी, इसमें हिस्ट्री से लेकर फिलोसफी तक के विषयों पर बातचीत हो सकती है. कंप्यूटर प्रोग्रामिंग कोड में एडिटिंग का सुझाव दे सकते हैं. यह राइटिंग के ग्रामर और स्ट्रक्चर की मिमि​क करना सीखता है और अक्सर यूज किए जाने वाले फ्रेज को रिफ्लेक्ट करता है. चैटबॉट हमेशा सटीक नहीं होता है. इसके सोर्स की फैक्चुअल जांच नहीं की जाती है, और यह अपनी सटीकता में सुधार के लिए मानवीय प्रतिक्रिया पर निर्भर करता है. चैटजीपीटी को कुछ लोग मॉडर्न NMS (Neural network based machine learning model) के तौर पर भी जानते हैं.