चीन का जुनून बन रहा ChatGPT, AI से ऐसे कब्जा करने की तैयारी में ड्रैगन!

चीन का जुनून बन रहा ChatGPT, AI से ऐसे कब्जा करने की तैयारी में ड्रैगन!

ChatGPT News: चीन का गूगल बाबा कहे जाने वाले Baidu भी AI लैस Ernie Bot पर बड़ी तैयारी कर रहा है. एक तरफ अलीबाबा का चैटबॉट और दूसरी तरफ Baidu की Ernie Bot मार्केट कैप्चर करने की तैयारी में है.

ChatGPT: फाइटर जेट बनाना हो या टेक कंपनी चलाना हो AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल दुनिया में बड़े पैमाने पर होना शुरू हो गया. अमेरिका, भारत जैसे दिग्गज देशों के बाद अब चीन भी इस कड़ी में कूद गया है. ड्रैगन जिसे टेक्नॉलिजी किंग की तरह जाना जाता है भला वो इस खेल में कैसे पीछे रह सकता है. ये अलग बात है कि ChatGPT जैसे लेटेस्ट टेक्नॉलिजी को चीन ने नही अपनाया लेकिन उसी के तर्ज पर चीन की कई बड़ी कंपनियों ने AI को हथियार बनाना शुरू कर दिया है.

चीन की दिग्गज कंपनी Alibaba ने नए AI चैटबॉट की घोषणा कर इस जंग का ऐलान कर दिया है. अलीबाबा ChatGPT की तर्ज पर चैटबॉट लाकर ये बता दिया है कि ड्रैगन की नजर इस टेकनॉलिजी पर बनी हुई. दरअसल चीन को ये साफ दिख रहा है कि गूगल, माइक्रोसॉफ्ट जैसे बड़े टेक जाइंट्स इस टेक्नॉलिजी की ताकत समझ चुके है.

चीन का गूगल करेगा खेल

चीन का गूगल बाबा कहे जाने वाले Baidu भी AI लैस Ernie Bot पर बड़ी तैयारी कर रहा है. एक तरफ अलीबाबा का चैटबॉट और दूसरी तरफ Baidu की Ernie Bot मार्केट कैप्चर करने की तैयारी में है. दरअसल ChatGPT पर चीन की दीवानगी ऐसे ही बनी हुई इसका बड़ा कारण है AI पर चीन का बढ़ता सर्च.

AI पर चीन के लिए बढ़ता सर्च

  1. इसे आप इस उदाहरण से समझ सकते हैं कि ChatGPT पर जब सर्च किया गया Who is Xi Jinping? तो जवाब मिला ये सेसेंटिव कैरेक्टर है और प्लीज अपने सवाल को फिक्स करें.
  2. इस उदाहरण को चीनी टेक कंपनियों ने हल्के में नहीं लिया. इसे लेकर अलीबाबा की टीम अपने AI चैटबॉट पर काम करना शुरू कर चुकी है.
  3. इसका एक और उदाहरण है कि जब आप Chatbot से पूछेंगे कि ChatGPT चीन में क्यों उपलब्ध नहीं है तो जवाब मिलेगा कि बीजिंग सेंसर.. मतलब बीजिंग की तरफ से इसे सेंसर किया गया है.
  4. चीन के लिए इस टेक्नॉलिजी की दीवानगी में इस तरह की सर्च का बड़ा योगदान है. अलीबाबा हो, Net Ease हो या Baidu की Erin Bot ये कंपनियां समझ चुकी है अब इस टेक्नॉलिजी का तोड़ उन्हें अपने देश के लिए लाना पड़ेगा.

कंपनियां दबाकर लुटा रही पैसा

जब गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसे दिग्गजों ने इस टेक्नॉलिजी का महत्व समझा तो उन्हें AI पर दबाककर पैसा लुटाना शुरू कर दिया. अब ऐसे में चीन कहां पीछे रहने वाली है. इसलिए चीन की 3 बड़ी टेक जाइंट्स ने इस मैदान में कूदकर यह एहसास दिलाने की कोशिश कर रही है कि AI उनका अगला हथियार है जिससे वो टेक जंग जीतने का भरसक प्रयास करेंगी.