स्पाइस जेट में लगातार आ रही तकनीकि खराबी की वजह से भेजा था नोटिस, राज्यसभा में बोले वीके सिंह
वीके सिंह ने राज्यसभा में जवाब देते हुए कहा कि ऐसा सुरक्षा मुद्दों का संज्ञान लेते हुए किया गया
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री वीके सिंह ने सोमवार को संसद में एक लिखित जवाब में कहा कि विमानन नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने खराब आंतरिक सुरक्षा निरीक्षण और अपर्याप्त रखरखाव कार्यों के लिए स्पाइसजेट को नोटिस जारी किया था. उन्होंने कहा कि ऐसा सुरक्षा मुद्दों का संज्ञान लेते हुए किया गया. उन्होंने ये भी कहा, स्पाइसजेट के खराब आंतरिक सुरक्षा निरीक्षण और अपर्याप्त रखरखाव कार्यों की वजह से सुरक्षा मार्जिन में गिरावट आई.
शिवसेना की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी के सवाल के जवाब में, सिंह ने कहा कि डीजीसीए डीजीसीए ने 27 जुलाई के आदेश में स्पाइसजेट की डिपार्चर फ्लाइट की संख्या को आठ हफ्तों के लिए स्वीकृत 50 फीसदी तक सीमित कर दिया था. डीजीसीए ने पिछले साल स्पाइसजेट पर प्रतिबंध को भी 20 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया था. पिछले साल 1 मई और 6 जुलाई के बीच कई घटनाएं सामने आई थीं जिसके चलते प्रतिबंध बढ़ा दिया गया था. स्पाइसजेट की 9 फ्लाइटों में ऐसी घटनाएं सामने आई हैं.
पिछले साल सामने आए थे तकनीकी खराबी के कई मामले
बता दें, पिछले साल स्पाइसजेट के विमानों में तकीनीकी खराबी के कई मामले सामने आए थे जिसके बाद डीसीजीए ने स्पाइसजेट के विमानों की चेकिंग की थी. उनकी रिपोर्ट भी सामने आई थी जिसके बारे में वीके सिंह ने राज्यसभा में बताया था. तब वीके सिंह ने कहा था कि लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डीसीजीए ने स्पाइसजेट से कहा था कि वह अपने 10 एयरक्राफ्ट तभी इस्तेमाल करें जब सभी तकीनीकी खराबी ठीक हो जाए.
वही डीसीजीए को एयरलाइन को नोटिस भी भेजा था जिसमें कहा गया था कि समीक्षा से पता चलता है कि खराब आंतरिक सुरक्षा निरीक्षण और अपर्याप्त रखरखाव कार्यों की वजह से सुरक्षा मार्जिन में गिरावट आई.