बस खत्म हुआ इंतजार! दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे पर भरें रफ्तार, कहां से कहां तक? 80 प्रतिशत काम कंपलीट

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का काम बिहारी गढ़ से देहरादून तक एलिवेटेड रोड पूरी तरह बनकर तैयार हो गया है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार, 212 किमी लंबा छह लेन वाला दिल्ली-देहरादून ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेसवे को बनाने में कुल 12,000 करोड़ रुपये की लागत आई है.
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवेका काम तेजी से चल रहा है. दिल्ली से देहरादून जाने में अभी 6.5 घंटे का समय लग जाता है. हालांकि इस एक्सप्रेस वे बनने के बाद केवल 2.5 घंटे में ये सफर पूरा किया जा सकेगा. दिल्ली और देहरादून के साथ साथ इस एक्सप्रेसवे के बनने से सहारनपुर के लोगों को भी कई फायदे मिलने वाले हैं. एक्सप्रेसवे के बनने से व्यापार को बढ़ावा मिलेगा और स्वास्थ्य सेवाएं भी सुलभ हो जाएंगी.
सहारनपुर से गंभीर रूप से बीमार मरीजों को अक्सर देहरादून भेजा जाता है. ऐसे में मरीजों को देहरादून के अस्पताल तक पहुंचने में 2 से 3 घंटे लगते हैं. एक्सप्रेसवे बनने से यह सफर सिर्फ एक घंटे का ही रह जाएगा. अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का लगभग 80% कार्य पूरा हो चुका है, और बाकी बचे 20% काम मार्च तक पूरा होने की उम्मीद है.
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का काम
बिहारी गढ़ से देहरादून तक एलिवेटेड रोड पूरी तरह बनकर तैयार हो गया है. ये रोड़ पहाड़ों और जंगलों के बीच से होकर गुजर रही है. ऐसे में यात्रा के दौरान लोगों को प्रकृति के खूबसूरत नजारों और जंगली जानवरों को भी देखने का मौका मिलेगा. दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे उस प्रोजेक्ट का हिस्सा है जिसका मकसद दोनों शहरों के बीच यात्रा के समय को कम करना है.
एक्सप्रेसवे की बनाने में कुल लागत
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार, 212 किमी लंबा छह लेन वाला दिल्ली-देहरादून ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेसवे को बनाने में कुल 12,000 करोड़ रुपये की लागत आई है. इस एक्सप्रेस वे का अक्षरधाम मंदिर से लोनी तक का पहला 18 किलोमीटर टोल-फ्री होगा. इस एक्सप्रेसवे का निर्माण दिल्ली में अक्षरधाम के पास दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, शास्त्री पार्क, खजूरी खास, मंडोला के खेकड़ा में ईपीई इंटरचेंज, उत्तर प्रदेश के बागपत, शामली, सहारनपुर से शुरू होकर उत्तराखंड के देहरादून तक किया जा रहा है. एक्सप्रेसवे के पहले फेज में 31.6 किमी को खोला जाएगा, जो कि अक्षरधाम से बागपत के ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (ईपीई) इंटरचेंज तक होगा.