दिल्ली: NEET पेपर सॉल्विंग गैंग का भंडाफोड़, स्पेशल टीम ने गिरफ्तार किए 4 आरोपी
दिल्ली पुलिस की नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट के स्पेशल स्टॉफ ने नीट 2024 में नकल करने वालों पर बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने पेपर सॉल्व करने वाले गिरोह में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया है. कार्रवाई के दौरान चार मोबाइल फोन और एक कार जब्त की गई है. 5 मई को नई दिल्ली के भारतीय विद्या भवन मेहता विद्यालय में नीट परीक्षा के दौरान दो छात्रों को बेमेल बायोमेट्रिक डेटा के साथ पकड़ा गया था
दिल्ली पुलिस की नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट के स्पेशल स्टॉफ ने नीट 2024 में नकल करने वालों पर बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने पेपर सॉल्व करने वाले गिरोह में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में सरकारी मेडिकल कॉलेजों के दो एमबीबीएस छात्र और उनका साथ देने वालों को गिरफ्तार किया है. कार्रवाई के दौरान चार मोबाइल फोन और एक कार जब्त की गई है.
दरअसल 5 मई को नई दिल्ली के भारतीय विद्या भवन मेहता विद्यालय में नीट परीक्षा के दौरान दो छात्रों को बेमेल बायोमेट्रिक डेटा के साथ पकड़ा गया था. थाना तिलक मार्ग में कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया था और कथित प्रॉक्सी छात्र सुमित मंडोलिया और कृष्ण केसरवानी को गिरफ्तार किया गया था. नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी देवेश कुमार महला के मुताबिक अपराध की गंभीरता को देखते हुए, मामले को स्पेशल स्टाफ, नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट को सौंप दिया गया है.
दो भागों में बांटी गई टीमें
नई दिल्ली जिले के एसीपी/ऑपरेशन महेश चंद मीना की देखरेख में काम किया और इंस्पेक्टर संजय कुमार गुप्ता के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई. टीम को दो भागों में विभाजित किया गया. एक टीम ने आरोपी का पता लगाने के लिए तकनीकी निगरानी का इस्तेमाल किया, जबकि दूसरी टीम ने दिल्ली, अलवर, जयपुर और नोएडा में कई जगहों पर छापेमारी की. ये छापेमारी खुफिया जानकारी के आधार पर की गई थी.
अपने ठिकाने बदल रहे थे आरोपी
लगातार पूछताछ के बाद सुमित मंडोलिया और कृष्ण केसरवानी ने अपने संचालकों के नाम बताए और टीम ने ऑपरेशन में शामिल मुख्य लोगों की पहचान प्रभात कुमार और किशोर लाल के रूप में की. हालांकि, उन्हें पकड़ना चुनौतीपूर्ण साबित हुआ. पुलिस की तलाश के बारे में जानते हुए ये लोग पकड़े जाने से बचने के लिए अपने ठिकाने बदलते रहे, जिसके बाद पुलिस ने आखिरकार नोएडा के एक होटल में आरोपियों को पकड़ लिया. टीम के अथक प्रयासों का नतीजा यह हुआ कि टीम घोटाले में शामिल प्रभात कुमार और किशोर लाल को पकड़ने में कामयाब रही, मामले में आगे की जांच जारी है.
कौन-कौन हैं आरोपी
जानकारी के मुताबिक, किशोर लाल 27 साल का है और जोधपुर का रहने वाला है. मेडिकल स्कूल एडमिशन कंसल्टेंट के तौर पर काम करते हुए आरोपी ने बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले छात्रों की पहचान की, फिर उसने एडमिशन प्रक्रिया में हेरफेर करने के लिए उन्हें पैसे की पेशकश की. दूसरे आरोपी प्रभात कुमार की उम्र 37 साल है और वह पटना, बिहार का रहने वाला है. आरोपी पहले बिहार के पटना में कोचिंग चलाता था. सुमित मंडोलिया भी मूल रूप से जयपुर, राजस्थान का रहने वाला है. वह अभी पश्चिम बंगाल के एक मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के द्वितीय वर्ष का छात्र है, और कृष्ण केसरवानी प्रयागराज का निवासी है. वह अभी उत्तराखंड के एक मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहा है.