Gautam Adani को 3 हफ्ते बाद बड़ी राहत, कितनी बढ़ गई दौलत
मंगलवार को शेयरों में आई तेजी की वजह से गौतम अडानी की नेटवर्थ में 2 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला है. जानकारों की मानें कंपनी के शेयरों में तेजी लोन प्रीपेमेंट का ऐलान और कुछ कंपनियों के बेहतर तिमाही नतीजों की वजह से देखने को मिली है.
Gautam Adani के लिए बीते कुछ दिन काफी अच्छे बीत रहे हैं. ग्रुप कंपनियों के शेयरों में रिकवरी लौट रही है. जिसका असर उनकी दौलत में भी देखने को मिल रहा है. करीब 3 हफ्तों के बाद गौतम अडानी की नेटवर्थ (Gautam Adani Net Worth) में इजाफा देखने को मिला है. मंगलवार को शेयरों में आई तेजी की वजह से गौतम अडानी की नेटवर्थ में 2 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला है. जानकारों की मानें कंपनी के शेयरों में तेजी लोन प्रीपेमेंट का ऐलान और कुछ कंपनियों के बेहतर तिमाही नतीजों की वजह से देखने को मिली है. ऐसे में यह सिलसिला आगे भी जा रह सकता है.
20 जनवरी के बाद पहली बार बढ़ी दौलत
गौतम अडानी की दौलत में तीन हफ्ते यानी 20 जनवरी के बाद पहली बार इजाफा देखने को मिला है. ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार गौतम अडानी की नेटवर्थ में 2.2 फीसदी यानी 1.22 अरब डॉलर यानी 10 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का इजाफा हुआ है. जिसके बाद उनकी कुल दौलत दौलत 57.6 अरब डॉलर हो गई है. जबकि 20 जनवरी को गौतम अडानी की कुल दौलत 121 अरब डॉलर थी. इसका मतलब है कि तब से अब तक उनकी दौलत में 50 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है.
इस साल की कितनी आ चुकी है गिरावट
गौतम अडानी की इस साल 52 फीसदी यानी 63 अरब डॉलर की नेटवर्थ में गिरावट आ चुकी है. साल 2023 में अब तक गौतम अडानी दुनिया में सबसे बड़े लूजर साबित हुए हैं. साथ ही जितनी तेजी के साथ उनकी दौलत में गिरावट आई है वो भी एक रिकॉर्ड माना जा रहा है. 20 जनवरी को उनकी कुल दौलत 121 अरब डॉलर के साथ दुनिया के चौथे सबसे अमीर कारोबारी थे, जो अब वो 21वें पायदान पर पहुंच चुके हैं. मौजूदा समय में मुकेश अंबानी इलौते भारतीय हैं जो टॉप 20 में शामिल हैं और दुनिया के 12वें और एशिया के सबसे अमीर कारोबारी हैं. इस साल मुकेश अंबानी की दौलत में भी 8 अरब डॉलर से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद बदला रुख
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद गौतम अडानी को लेकर देश ही नहीं पूरी दुनिया में रुख बदला. हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर कंपनी के शेयरों में हेरफेर की ओवर वैल्यूड करने के साथ कई गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसकी वजह से कंपनी के शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिली. ग्रुप की 4 कंपनियों की वैल्यूएशन 50 फीसदी से ज्यादा गिर चुकी है. वहीं एक कंपनी की वैल्यूएशन में 60 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है.