वॉर्न-मैक्ग्रा नहीं, भारत में इस ऑस्ट्रेलियाई का जलवा, 60 साल से रिकॉर्ड बरकरार
ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को बहुत ज्यादा सफलता भारत में नहीं मिली है और 60 साल पहले लेग स्पिनर रिची बेनॉ ने जो रिकॉर्ड बनाया था वो कोई नहीं तोड़ सका है.
ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे पर है, जहां दोनों टीमों के बीच 9 फरवरी से चार मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू हो रही है. ऑस्ट्रेलिया कई कई महान गेंदबाजों ने पिछले 75 सालों में भारत का दौरा किया है लेकिन हर किसी को बहुत ज्यादा सफलता नहीं मिली है. यहां तक कि ग्लेन मैक्ग्रा और शेन वॉर्न जैसे महान गेंदबाजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा है. यही कारण है कि 62 साल से चला आ रहा रिकॉर्ड अभी तक नहीं टूटा है. (Cricket.com.au)
उनके बाद दूसरे नंबर पर नाथन लायन हैं, जो इस बार भी टीम के साथ हैं और उनके पास ये रिकॉर्ड तोड़ने का मौका है. हालांकि, ये इतना आसान नहीं होने वाला क्योंकि लायन के नाम 7 मैचों में 34 ही विकेट हैं. (PTI)
तीसरे नंबर पर पूर्व तेज गेंदबाज ग्राहम मैकेंजी हैं, जिन्होंने 1964 से 1969 तक 8 मैचों में 34 विकेट लिए थे. (The West Australian)
महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न को भारत में बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा और आसानी से विकेट नहीं मिले. 9 मैचों की 16 पारियों में वॉर्न ने 34 विकेट लिए लेकिन उनका औसत 43 और स्ट्राइक रेट 81 का था, जो शीर्ष 5 गेंदबाजों में सबसे खराब है. (Afp)
2004 में ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी बार भारत में टेस्ट सीरीज जीती थी और उसमें बड़ी भूमिका थी तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी की. इस पेसर के नाम भारत में 7 टेस्ट में 33 विकेट हैं, जो 47 की बेहतरीन स्ट्राइक रेट और 21 की औसत से लिए हैं. (Afp)