पुणे में पोर्श जैसा एक और मामला, मर्सिडीज ने बाइक सवार को कुचला; हुई मौत
पुणे में पोर्श कार एक्सीडेंट जैसा एक और मामला सामने आया है. इस बार सीरम कंपनी की तेज रफ्तार मर्सिडीज कार बाइक सवार शख्स को कुचलते हुए निकल गई. हादसे में घायल शख्स को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. पुलिस ने मामले में आरोपी मर्सिडीज कार चालक को हिरासत में लिया है.
पोर्श कार एक्सीडेंट का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि उसी तरह का एक और मामला महाराष्ट्र के पुणे में फिर से सामने आया है. यहां के गोल्फ कोर्स इलाके में मर्सिडीज कार ने बाइक सवार शख्स को कुचल दिया. हादसे में कार के नीचे आने से बाइक सवार शख्स की मौके पर ही मौत हो गई. पूरी घटना पास लगे एक CCTV कैमरे में कैद हो गई. फिलहाल पुलिस ने मर्सिडीज चालक को हिरासत में ले लिया है. वहीं मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
मृतक की पहचान केदार मोहन चव्हाण (41) के रूप में हुई. केदार मोहन चव्हाण एक कूरियर कंपनी में काम करते थे. मंगलवार को वह यरवदा के गोल्फ क्लब चौक के पास से गुजर रहे थे, तभी उनकी बाइक फिसल गई और वह सड़क पर गिर गए. इसी दौरान सीरम कंपनी की तेज रफ्तार मर्सिडीज कार केदार के ऊपर से होकर गुजर गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए. आनन-फानन में आसपास के लोगों ने पुलिस को हादसे की सूचना दी.
पुलिस ने आरोपी मर्सिडीज चालक को हिरासत में लिया
सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने केदार को पास के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. पुलिस ने हिट एंड रन के इस मामले में मर्सिडीज कार चला रहे नानजू उर्फ अर्जुन धवले को हिरासत में लिया है. हालांकि अर्जुन धवले के साथ कार में और कौन-कौन था, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है. वहीं यह दर्दनाक हादसा गोल्फ क्लब चौक के पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया.
वहीं केदार मोहन चव्हाण के भाई चेतन चव्हाण ने कहा कि हमें न्याय मिलना चाहिए. मेरा भाई घर में अकेला कमाने वाला था. इसमें चाहे कोई भी हो, कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. कुछ दिन पहले मेरे पिता का निधन हो गया और अब मेरा भाई चला गया. केदार के भाई चेतन चव्हाण ने आरोप लगाया कि पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है.
पोर्श एक्सीडेंट में पुणे पुलिस की हुई थी फजीहत
कुछ दिन पहले तक पुणे का ही पोर्श कार एक्सीडेंट मामला काफी सुर्खियों में रहा था. इस मामले में पुणे पुलिस की काफी फजीहत हुई थी. दरअसल, पुणे के बड़े बिल्डरों में शुमार विशाल अग्रवाल के नाबालिग बेटे ने पिता की पोर्श कार से एक साफ्टवेयर इंजीनियर युवक-युवती को कुचल दिया था. हादसे में दोनों की मौके पर मौत हो गई थी. पुणे पुलिस पर मामले में आरोपी बिल्डर विशाल अग्रवाल और उसके बेटे का बचाव करने के आरोप लगे थे. हालांकि जब मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने बिल्डर विशाल अग्रवाल को जेल भेज दिया. वहीं उसके नाबालिग आरोपी बेटे को बाल सुधार गृह में भेज दिया.