भारत का इंतकाम, खौफ में पाकिस्तान… पहलगाम में ‘नरसंहार’ के बाद एक्शन मोड में सरकार

भारत का इंतकाम, खौफ में पाकिस्तान… पहलगाम में ‘नरसंहार’ के बाद एक्शन मोड में सरकार

पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन मोड में है. भारत की ओर से सिंधु जल संधि स्थगित करने, अटारी चेकपोस्ट बंद करने, पाकिस्तानी नागरिकों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने और उच्चायोग के कर्मचारियों को कम करने जैसे कई कदम उठाए गए हैं. सरकार ने हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने का दावा किया है और दोषियों को सजा दिलाने की बात कही है. भारत के इस कड़े रुख के बाद पाकिस्तान भी टेंशन आ गया है.

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत सरकार अब इंतकाम के रास्ते पर चल पड़ी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुई कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक बाद सरकार ने ऐलान कर दिया है कि वो शांत नहीं बैठने वाली है. सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है. हमले की साजिश सीमा पार से रची गई. पहलगाम की तस्वीरें पूरी दुनिया ने देखी कि कैसे पाकिस्तान के कायर आतंकियों ने कश्मीर को दहलाने की साजिश रची. 26 बेगुनाह लोगों को अपनी गोली का निशाना बनाया, लेकिन अब पाकिस्तान के पक्के इलाज का खाका तैयार हो रहा है.

सबसे पहले पहलगाम हमले के बाद भारत एक्शन कर लेते हैं. पीएमओ में चली करीब ढाई घंटे की CCS बैठक के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री मीडिया के सामने आए. उन्होंने साफ कर दिया कि हमले के पीछे मौका परस्त पाकिस्तान का हाथ है और सीमा पार से ही इसकी साजिश रची गई. सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि आतंक के मुद्दे पर सरकार पीछे नहीं हटने वाली है. सरकार ने एक के बाद एक पाकिस्तान को पांच बड़ा झटका देते साफ कर दिया है कि हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा.

विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये भी कहा गया कि पहलगाम हमले के गुनहगारों को भी देश के कानून के तहत सजा मिलेगी. भारत के तेवर से साफ है कि अब पाकिस्तान की खैर नहीं. क्योंकि न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया पाकिस्तान के आतंकी फैक्ट्री से तंग आ चुकी है. इस वक्त पूरा देश आक्रोशित है और पाकिस्तान से पहलगाम हमले का प्रतिशोध मांगा जा रहा है. ऐसे में भारत के सख्त तेवर से लाहौर से लेकर इस्लामाबाद में टेंशन का मीटर अप होना लाजिमी है.

भारत का पाकिस्तान पर पांच बड़े डिप्लोमैटिक स्ट्राइक

सिंधु जल संधि स्थगित: भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया है, जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद के लिए अपने समर्थन को समाप्त नहीं करता।

अटारी चेकपोस्ट बंद करना: एकीकृत चेकपोस्ट अटारी को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है. जिन लोगों ने वैध तरीके से सीमा पार की थी, उनको 1 मई 2025 तक पाकिस्तान वापस लौटने का निर्देश दिया गया है.

पाकिस्तानी नागरिकों पर यात्रा प्रतिबंध: पाकिस्तानी नागरिकों को SAARC वीजा छूट योजना के तहत भारत की यात्रा की अनुमति नहीं होगी, और पहले जारी किए गए SPES वीजा रद्द किए जाएंगे. भारतीय सीमा में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है.

पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारियों की वापसी: नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित कर दिया गया है. इन्हें एक सप्ताह के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है.

भारतीय उच्चायोग से कर्मचारियों की वापसी: भारत इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को वापस बुला रहा है. इन पदों को निरस्त माना जाएगा.

सूत्रों के मुताबिक, इंटेलिजेंस का दावा है कि TRF आतंकी सैफुल्लाह खालिद पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड है. बताया जा रहा है कि सैफुल्लाह ही कश्मीर में लश्कर के ऑपरेशन को ऑपरेट कर रहा था और उसके ही इशारे पर इस पूरी घटना को अंजाम दिया गया. सैफुल्लाह लश्कर-ए-तैयबा का डिप्टी चीफ है. करीब 25 साल पहले लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हुआ. उसे लश्कर के संस्थापक हाफिज सईद का बहुत करीबी माना जाता है. करीब 20 साल से जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को ऑपरेट कर रहा है.

गुरुवार की शाम सर्वदलीय बैठक

केंद्र सरकार पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. इस बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल होंगे. यह बैठक शाम 6 बजे संसद के हॉल में होगी. कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों ने मांग की थी कि सरकार को इस मुद्दे पर सभी दलों की एक बैठक बुलानी चाहिए. संभावना है कि सिंह इस नृशंस आतंकी हमले पर विभिन्न दलों के नेताओं को पूरी जानकारी देंगे. इसके साथ-साथ भारत के अगले कदम को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है.

रक्षा मंत्री ने जवाबी कार्रवाई के स्पष्ट संकेत दिए

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकी हमले के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के स्पष्ट संकेत देते हुए कहा कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों को उनके नापाक कृत्यों का करारा जवाब दिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा जवाब देंगे कि दुनिया देखेगी. भारत न केवल उन लोगों को ढूंढेगा, जिन्होंने हमला किया, बल्कि उन लोगों का भी पता लगाएगा, जिन्होंने पर्दे के पीछे बैठकर हमले को अंजाम दिया है.

तीनों सेना प्रमुखों के साथ हुई बैठक

बयान जारी करने से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति को लेकर करीब ढाई घंटे तक अहम बैठक की. इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह शामिल हुए थे. इस बैठक के बाद अजीत डोभाल पीएम मोदी से मिलकर ब्रीफिंग दिया.

शहबाज ने बुलाई अहम बैठक

भारत की ओर से सख्त फैसलों के ऐलान के बाद से पाकिस्तान भी खौफ में आ गया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की अहम बैठक बुलाई है. माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद ही पाकिस्तान की सरकार भारत के फैसले पर कोई प्रतिक्रिया देगी.

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की एक बैठक आयोजित की जाएगी।. उन्होंने कहा कि भारतीय कदमों का उचित जवाब देने के लिए निर्णय लिए जाएंगे.