19 साल बाद आ रहा है Tata Group का आईपीओ, ऐसे मिलेगा कमाई का मौका
दिसंबर 2022 को समाप्त नौ महीने की अवधि में, कंपनी ने साल-दर-साल आधार पर 15.5 फीसदी की ग्रोथ दर्ज करते हुए 3,011.8 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जेनरेट किया था.
Tata Group IPO : शेयर बाजार में निवेश करने वालों के लिए अच्छी खबर है. टाटा ग्रुप 19 साल के बाद अपना आईपीओ लेकर आ रहा है. वास्तव में टाटा मोटर्स की सहयोगी कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज ने आईपीओ के लिए मार्केट रेगुलेटर के पास डॉक्युमेंट्स जमा कर दिए हैं. आईपीओ में कोई नया शेयर जारी नहीं किया जाएगा. प्रमोटर टाटा मोटर्स और दो अन्य शेयर होल्डर के शेयरों को ही सेल में रखा जाएगा. इसका मतलब है कि शेयर बाजार निवेशकों के पास कमाई करने का अच्छा मौका है.
टाटा मोटर्स ने जानकारी देते हुए कहा कि हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि Tata Motors Limited की सहायक कंपनी Tata Technologies ने सूचित किया है कि उसने आज 9 मार्च, 2023 को सेबी को आईपीओ के लिए एक ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया है. पिछले साल टाटा मोटर्स ने अपने टेक आर्म का आईपीओ लाने की मंजूरी दी थी.
टाटा टेक ने सेबी को क्या दी जानकारी
- आईपीओ माध्यम से 95,708,984 इक्विटी शेयरों को सेल किया जाएगा.
- यह शेयर कंपनी के कुल पेड-अप शेयर कैपिटल का 23.60 फीसदी है.
- टाटा टेक्नोलॉजीज में टाटा मोटर्स की कुल 74.42 फीसदी हिस्सेदारी है.
- अल्फा टीसी की कंपनी में 8.96 फीसदी हिस्सेदारी है.
- टाटा कैपिटल ग्रोथ फंड की टाटा टेक में 4.48 फीसदी हिस्सेदारी है.
- टाटा मोटर्स इस आईपीओ में 81,133,706 इक्विटी शेयरों की सेल करेगा.
- अल्फा टीसी होल्डिंग्स 9,716,853 इक्विटी शेयरों को बेचेगा.
- इस आईपीओ के माध्यम से टाटा कैपिटल 4,858,425 शेयरों की सेल करेगा.
कंपनी को कितना हुआ मुनाफा
टाटा मोटर्स की इंजीनियरिंग यूनिट ऑटोमोटिव, एयरोस्पेस, इंडस्ट्रीयल हैवी मशीनरी पर काम करती है. दिसंबर 2022 को समाप्त नौ महीने की अवधि में, कंपनी ने साल-दर-साल आधार पर 15.5 फीसदी की ग्रोथ दर्ज करते हुए 3,011.8 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जेनरेट किया था. नौ महीने की अवधि में कंपनी का मुनाफा 407.5 करोड़ रुपये देखने को मिला था.
19 साल के बाद रहा है ग्रुप का आईपीओ
19 साल के बाद टाटा ग्रुप का आईपीओ आ रहा है. इससे पहले साल 2004 में देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस का आईपीओ आया था. दिसंबर में, सैटेलाइट टीवी ऑपरेटर टाटा प्ले ने सेबी के साथ एक ‘प्री-फाइल’ डीआरएचपी या गोपनीय आईपीओ दस्तावेज दायर किया था, नए नियम के तहत ऐसा करने वाली यह पहली कंपनी बन गई थी.