Flipkart के बिन्नी बंसल करेंगे PhonePe को रिचार्ज, 1200 करोड़ रुपए के निवेश का है प्लान
Flipkart-Binni Bansal: बिन्नी बंसल (Binny Bansal) नेडिजिटल पेमेंट ऐप फोनपे (PhonePe) में हिस्सेदारी खरीदने का प्लान बनाया है. किसी भी नई ये निवेश नई जनरेशन की कंपनी में किया गए सबसे बड़ा निवेश साबित हो सकता है.
Flipkart-Binni Bansal: ई-कॉमर्स प्लेटफार्म फ्लिपकार्ट (Flipkart) के को-फाउंडर बिन्नी बंसल (Binny Bansal) नेडिजिटल पेमेंट ऐप फोनपे (PhonePe) में हिस्सेदारी खरीदने का प्लान बनाया है. बिन्नी बंसल फोनपे में करीब 1200 करोड़ निवेश करने को लेकर फोनपे के मालिक से बातचीत चल रही है. हालांकि निवेश की जाने वाली कीमत अभी तय नहीं है. सूत्रों के मुताबिक, बंसल मौजूदा फाइनेंसिंग राउंड के तहत फोनपे कंपनी में निवेश कर सकते हैं. अगर यह डील होती है तो यह किसी भी नई जनरेशन की कंपनी में किया गए सबसे बड़े निवेश में से एक होगा.
सूत्रों के मुताबिक, बिन्नी बंसल फोनपे में कितना निवेश करेंगे ये अभी तय नहीं है. उनकी फोनपे से बातचीत चल रही है और जल्द ही इसे पूरा कर लिया जायेगा.
ये भी पढ़ें: बैंकों को बड़ी राहत, 10 साल के निचले स्तर पर आ सकता है NPA; क्रिसिल-एसोचैम का अनुमान
फोनपे अब तक जुटा चुकी है इतनी रकम
मौजूदा फंडिंग राउंड के तहत फोनपे अबतक 12 बिलियन डॉलर (करीब 98 हजार करोड़ रुपए) के वैल्यूएशन के साथ जनरल अटलांटिक (General Atlantic), टाइगर ग्लोबल (Tiger Global), रिबिट कैपिटल (Ribbit Capital) समेत अन्य निवेशकों से करीब 45 करोड़ डॉलर जमा कर चुकी है.
वहीं, बंसल, टाइगर ग्लोबल, Tencent, Qatar Investment Authority और माइक्रोसॉफ्ट जैसे फ्लिपकार्ट के मौजूदा शेयरहोल्डर्स द्वारा फोनपे में नए सिरे से हिस्सेदारी खरीदने की उम्मीद की जा रही है. वहीं, अब तक वालमार्ट फोनपे में सबसे बड़ी निवेशक के तौर पर बनी हुई है. अकेले वालमार्ट के पास फोनपे की 70% हिस्सेदारी है.
ये भी पढ़ें: निवेश करने से पहले समझ लें शेयर बाजार का ये पूरा खेल, वरना हो जाएगा नुकसान
डिजिटल पेमेंट प्लेटफार्म पर फोनपे का है दबदबा
पिछले महीने ही वालमार्ट इंटरनेशनल की प्रेसिडेंट और सीईओ Judith McKenna ने बताया था कि इंडिया में डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन पेमेंट्स के तौर पर फोनपे का दबदबा है. भारत में ज्यादातर लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. इस ऐप के जरिए हर महीने चार अरब क ट्रांसक्शन होता है. ये लोगों के बीच काफी पॉपुलर है और इसको इस्तेमाल करना बेहद ही आसान है.
फोनपे के अलावा डिजिटल पेमेंट ऐप जो इसके टक्कर की हैं उनमें गूगल पे, पेटीएम, अमेजन पे और व्हाट्सएप पे शामिल है. Judith के मुताबिक, पिछले साल दिसंबर तक के आंकड़ों के मुताबिक वैल्यू के लिहाज से कुल यूपीआई ट्रांजैक्शन में फोनपे की हिस्सेदारी 50.2% रही है.