क्यों मनाया जाता है लोसर त्योहार, जानें इससे जुड़ी दिलचस्प बातें

क्यों मनाया जाता है लोसर त्योहार, जानें इससे जुड़ी दिलचस्प बातें

लोसर फेस्टिवल को तिब्बती नव वर्ष के रूप में भी जाना जाता है. इस त्योहार के दौरान स्थानीय देवताओं और पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पूजा की जाती है.

लोसर तिब्बती बौद्ध धर्म में एक त्योहार है. इस त्योहार को तिब्बती नव वर्ष के रूप में भी मनाया जाता है. इस पर्व को बड़े ही हर्षोल्‍लास के साथ मनाया जाता है.ये त्योहार इस बार मंगलवार, 21 फरवरी, 2023 से शुरु होगा. इस पर्व को क्यों मनाया जाता है आइए जानें इस बारे में दिलचस्प बातें. (Photo Credit: Instagram/himachal__pradeshandincredible_lahulspiti)

इस त्योहार के दौरान तिब्बती मूल के लोग रंग-बिरंगी पोशाक पहनते हैं. कई तरह के धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. लोग नृत्य करते हैं. ये त्योहार लगभग 15 दिनों तक चलता है. घरों, मठों और पहाड़ियों के ऊपर रंगीन झंडे फहराए जाते हैं. (Photo Credit: Instagram/natureclimatechange)

लोसर सिक्किम, लद्दाख क्षेत्र, नेपाल और भूटान जैसी जगहों पर भी धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन लोग अपने घर को बहुत ही खूबसूरती के साथ सजाते हैं. घरों और मंदिरों को रोशनी से सजाया जाता है. (Photo Credit: Instagram/choden.life)

इस त्योहार के दौरान तिब्बत की देवी पाल्डेन ल्हामो की आराधना की जाती है. इस दिन लोग अपने परिवार के सदस्यों की कब्र पर भी जाते हैं. अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते थे.    (Photo Credit: Instagram/savory.shayla_food.bake)