Digital Payment Trend: तेजी से बढ़ रहा UPI से पेमेंट का ट्रेंड, 5 साल में 90 फीसदी हो जाएगा आंकड़ा
रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले 5 साल में UPI से होने वाली पेमेंट 90 फीसदी का आंकड़ा भी क्रॉस कर जाएंगी.
देश में डिजिटल पेमेंट का तरीका खूब तेजी से बढ़ रहा है. लोगों को ऑनलाइन पेमेंट करना कैश रखने से ज्यादा आसान लग रहा है. इसी वजह से UPI से होने वाली पेमेंट्स में दिन पर दिन बढ़ोतरी हो रही है. ये हम नहीं बल्कि हाल ही में जारी हुई PWC की रिपोर्ट कह रही है. जी हां, रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले 5 साल में UPI से होने वाली पेमेंट 90 फीसदी का आंकड़ा भी क्रॉस कर जाएगी.
बता दें, बैंक अकाउंट के जरिए चंद मिनटों में UPI से पेमेंट हो जाती है. यही वजह है कि इसको इस्तेमाल करने वाले की संख्या में इतना इजाफा हो रहा है. नोटबंदी के समय डिजिटल इंडिया मिशन के तहत ऑनलाइन पेमेंट को बढ़ावा मिला. जिससे लोग कैश का इस्तेमाल कम से कम करने लगे और ऑनलाइन भुगतान को बढ़ावा मिलता रहा.
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PWC की रिपोर्ट से सामने आए आंकड़े
PwC की रिपोर्ट में UPI से होने वाले लेन-देन के बारे में जानकारी सामने आई है. PwC की रिपोर्ट द इंडियन पेमेंट्स हैंडबुक 2022-27 (5 साल का ब्यौरा) हाल ही में जारी हुई है. इसके मुताबिक, UPI से होने वाले ट्रांजेक्शन में लगातार इजाफा हो रहा है. पिछले साल 2022-23 तक UPI से रिटेल सेगमेंट में हुए पेमेंट की बात करें तो ये 75 प्रतिशत भुगतान डिजिटल माध्यम से हुआ है.
यानि UPI के जरिए 75 फीसदी भुगतान लोगों ने पिछले साल किया है. आने वाले समय में इसके और बढ़ने की संभावना है. रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले 5 साल में रिटेल सेक्टर में डिजिटल भुगतान यानि UPI से भुगतान करीब 90 फीसदी तक जा सकता है.
इतना बढ़ जायेगा डिजिटल ट्रांजेक्शन
रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन मार्केट में डिजिटल ट्रांजेक्शन का CAGR यानि कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट 50 फीसदी की वॉल्यूम से बढ़ सकता है. वहीं, 2026-27 तक ये ट्रांजेक्शन 411 अरब के आंकड़े को टच कर सकता है. बता दें, 2022-23 में ये आंकड़ा 103 अरब पर है.