उफ्फ ये रोमांस… AI चैटबॉट से ‘इश्क’ लड़ा रहे हैं सुपर पावर देश के लोग!

उफ्फ ये रोमांस… AI चैटबॉट से ‘इश्क’ लड़ा रहे हैं सुपर पावर देश के लोग!

इंसान ने अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता बनाने में कामयाबी भी हासिल कर ली है. लेकिन इसी AI चैटबॉट से लोग अपना अकेलापन बांट रहे हैं.

Artificial Intelligence: प्रकृति ने हम इंसानों को बेहतरान तोहफों से नवाजा है. इन्हीं तोहफों में हमारा जीवन, धरती और पर्यावरण समेत तमाम चीजें शामिल हैं. लेकिन जिस तरह इंसानों ने अपने दिमाग का इस्तेमाल करके नई ऊंचाई को छुआ हैं, उसे देखकर तो यही लगता है कि प्रकृति द्वारा इंसानों को जो सबसे अच्छा तोहफा दिया गया है वो दिमाग है. आज हम जिस मेटावर्स या आर्टिफिशfयल इंटेलीजेंस की बात करते हैं, वो इसी दिमाग की उपज है. इंसान ने दिमाग रूपी इस तोहफे का इस्तेमाल करते हुए आज ‘नकली दिमाग’ बनाने की ओर भी कदम बढ़ा लिए हैं.

जी हां, इंसान ने अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता बनाने में कामयाबी भी हासिल कर ली है. लेकिन इसी AI चैटबॉट से लोग अपना अकेलापन बांट रहे हैं. जी हां, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के चैटबॉट से अमेरिकी लोग खूब रोमांस कर रहे हैं.

अकेलेपन से परेशान अमेरिकी

अभी तक आपने फिल्मों या वेब सीरीज में ही फेंटेसी वर्ल्ड देखा होगा लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से अब मानों रियल हो गया हो. हाल ही में आई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में लोग अपने अकेलेपन से इतने परेशान हो गए हैं कि अब वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से इश्क लड़ा रहे हैं. सुनने में ये बात जरूर हैरान करने वाली लग सकती है लेकिन ये सच है. बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट के चैटबॉट बिंग से लोग अपने अकेलेपन को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं.

लोगों के सुख-दुख का साथी चैटबॉट

हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट ने अपना चैटबॉट बिंग लॉन्च किया था. लोगों ने इस चैटबॉट के साथ रोमांटिक बातें शुरू कर दी हैं. लोग इसके साथ अपना सुख-दुख बांटने लगे हैं. लेकिन आपको बता दें कि इसके कई हानिकारण परिणाम देखने को मिल सकते हैं. लेकिन मौजूदा समय में ये चैटबॉट अकेलेपन की भावनाओं को कम करने में मदद कर सकते हैं. आपको ये भी बता दें कि एआई और चैटबॉट तत्कालिक रूप से मनोवैज्ञानिक मुद्दों को भी सुलझाने में कारगर साबित हो रहे हैं. एआई को लेकर लोगों का कहना है कि इसके टूल्स उस तरह से नहीं सोचते, जिस तरह से इंसान सोचते हैं. लिहाजा एआई और इंसानों का रिश्ता खतरनाक हो सकता है.