नेशनल कॉन्फ्रेंस से गठबंधन पर बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा, पूछे ये 7 सवाल
Jammu Kashmir Assembly Election 2024: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को कांग्रेस के साथ गठबंधन का ऐलान किया था. इसके बाद उन्होंने कई घोषनाएं कीं. इन घोषणाओं को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा है. जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद यहां पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहा है. 18 सितंबर को पहले चरण की वोटिंग होगी.
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस से गठबंधन पर बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला बोला है. साथ ही कई सवाल भी उठाए हैं. बीजेपी ने कहा है कि सत्ता पाने के लिए एक अपवित्र गठबंधन बना है. दरअसल, गुरुवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कांग्रेस के साथ गठबंधन का ऐलान किया था. इसके बाद उन्होंने कहा था कि नेशनल कॉन्फ्रेंस कांग्रेस के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर की सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी.
इस गठबंधन के बाद बीजेपी की नेता स्मृति ईरानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर हमला बोला था. बीजेपी ने कांग्रेस से पूछा कि क्या वह अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली पार्टी के भारत को तोड़ने के एजेंडे का समर्थन करती है. नेशनल कॉन्फ्रेंस एक अलग झंडे की बात करती है. क्या कांग्रेस पार्टी जम्मू-कश्मीर के लिए अलग झंडे के नेशनल कॉन्फ्रेंस के वादे का समर्थन करती है.
विभाजनकारी राजनीति कर रही कांग्रेस- BJP
बीजेपी ने कांग्रेस पर विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया. बीजेपी नेता ने कहा कि हमारा यह संकल्प है कि एक राष्ट्र के रूप में हमारा एक संविधान और एक झंडा होगा. अनुच्छेद 370 को हटाना कई वर्षों से हमारा संकल्प था. हमने अनुच्छेद 370 को हटाया और अपना वादा पूरा किया. कांग्रेस चाहती है कि शंकराचार्य पर्वत को तख्त-ए-सुलेमान और हरि पर्वत को कोहि-मरान के नाम से जाना जाए?
बीजेपी ने पूछे ये सात सवाल
- क्या कांग्रेस ‘भारत को तोड़ने’ के एजेंडे का समर्थन करती है?
- क्या अनुच्छेद 370 की बहाली का नेशनल कॉन्फ्रेंस का एजेंडा उसे स्वीकार्य है?
- नेशनल कॉन्फ्रेंस एक अलग झंडे की बात करती है, इसका समर्थन करती है कांग्रेस?
- नेशनल कॉन्फ्रेंस नियंत्रण रेखा के पार व्यापार के बारे में बात करती है, कांग्रेस क्या इसका समर्थन करती है?
- क्या कांग्रेस पार्टी जम्मू-कश्मीर में अशांति पैदा करने के पाकिस्तानी एजेंडे का समर्थन करती है?
- क्या कांग्रेस पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस की जम्मू और घाटी के बीच भेदभाव की राजनीति का समर्थन करती
- क्या कांग्रेस चाहती है कि शंकराचार्य पर्वत को तख्त-ए-सुलेमान और हरि पर्वत को कोहि-मरान के नाम से जाना जाए?
J-K में 18 सितंबर को पहले फेज का मतदान
जम्मू-कश्मीर में अगले महीने चुनाव है. तीन चरणों में वोटिंग होगी. पहले फेज का मतदान 18 सितंबर को होगा. वहीं दूसरे और तीसरे चरण की वोटिंग 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होगी. चार दिसंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे. जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद यहां पहली बार विधानसभा चुनाव होंगे. 10 साल पहले यहां 2014 में विधानसभा चुनाव हुआ था.