ईडी पर किया था हमला, सीबीआई ने किया गिरफ्तार, आज कोर्ट में होंगे पेश शाहजहां के करीबी

ईडी पर किया था हमला, सीबीआई ने किया गिरफ्तार, आज कोर्ट में होंगे पेश शाहजहां के करीबी

संदेशखाली मामलें को लेकर सीबीआई ने सरबेरिया पंचायत प्रधान सहित तीन प्राइवेट लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है ये तीनों आरोपी शाहजहां शेख के करीबी है. आज तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा और इन आरोपियों की रिमांड मांगी जाएगी.

सीबीआई ने संदेशखाली से 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. तीनों आरोपियों पर ईडी (Enforcement Directorate) के अधिकारियों पर हमला करने का आरोप है. संदेशखाली मामलें में जब ईडी के अधिकारी रेड मारने गए थे तब अधिकारियों पर हमला किया गया था. इस मामलें को लेकर सीबीआई ने सरबेरिया पंचायत प्रधान सहित तीन प्राइवेट लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है ये तीनों आरोपी शाहजहां शेख के करीबी है. शाहजहां शेख की गिरफ्तारी के बाद इन तीनों आरोपियों का नाम सामने आया था. जिसके बाद इन आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गयी है.

शाहजहां शेख के मामलें में सीबीआई जांच चल रही हैं. जिसके बाद सोमवार को 3 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सभी आरोपियों के नाम इस प्रकार है-सरबेरिया पंचायत के पंचायत प्रधान जियाउद्दीन मोल्ला, फारुक अकुंजी और दीदार बख्श मोल्ला, जो शाहजहां शेख के पर्सनल सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर काम करता था. आज मंगलवार को तीनो आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जिसके बाद कोर्ट में इनकी रिमांड मांगी जाएगी.

पुलिस की भूमिका पर भी उठे सवाल

इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है जिसने शाहजहां शेख को हिरासत में ले लिया है. 7 फरवरी को सीबीआई ने संदेशखाली में शेख के घर और कार्यालय पर गयी थी लेकिन टीम को दोनों परिसर बंद मिले थे. जिसके बाद सीबीआई वहां से लौट गयी. ईडी ने इस मामले में बंगाल पुलिस पर सवाल खड़े किये थे. ईडी ने बताया था, इस पूरे मामलें में पुलिस की भूमिका बहुत ही ज्यादा लचीली और खराब रही. यहां तक की मुख्य आरोपी को सीबीआई को सौंपने में भी बहुत हीला-हवाली की गई थी.

बहुत दिनों तक फरार रहा था शाहजहां शेख

संदेशखाली में ईडी अधिकारियों की पिटाई की घटना के बाद मामले का मुख्य आरोपी शाहजहां शेख काफी दिनों तक फरार था. करीब 55 दिनों के बाद बंगाल पुलिस ने शाहजहां शेख को गिरफ्तार किया था. शाहजहां शेख इन 55 दिनों तक कहां रहा किसी को कोई भी जानकारी नहीं है. शुरू में ममता सरकार ने इस मामले की जांच सीआईडी को सौंपी थी. हालांकि, ईडी ने इसका विरोध किया था और हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.