अयोध्या में धन्नीपुर मस्जिद बनने के नाम पर हो रहा था फ्रॉड, कैसे हुआ खुलासा?

अयोध्या में धन्नीपुर मस्जिद बनने के नाम पर हो रहा था फ्रॉड, कैसे हुआ खुलासा?

अयोध्या के धन्नीपुर में प्रस्तावित मस्जिद के बनने से पहले फ्रॉड का मामला सामने आया है. शातिर ठगों ने मस्जिद की फोटो लगाकर फर्जी बैंक अकाउंट खोल लिया. व्हाट्सअप पर बैंक अकाउंट के साथ प्रस्तावित मस्जिद की फोटो लगाकर चंदा मांगा जा रहा है.

अयोध्या के धन्नीपुर में प्रस्तावित मस्जिद को लेकर ठगी का मामला सामने आया है. ठगों ने मस्जिद की फोटो लगाकर बैंक अकाउंट खोल डाला. प्रस्तावित मस्जिद के लिए चंदे की मांग करते हुए उस अकाउंट नंबर को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इंडो इस्लामिक कल्चर फाउंडेशन ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी जफर फारूकी ने मामले की शिकायत पुलिस से की.

लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. पुलिस ठगों की तलाश में जुट गई है. आरोपियों ने फर्जी अकाउंट बनाकर उसे व्हाट्सअप के जरिए वायरल किया. अकाउंट के साथ मस्जिद का फोटो भी लगाया गया था. कई लोगों ने एकाउंट में पैसा भी ट्रांसफर किया था. ट्रस्टी जफर फारूकी की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है.

गौतमपल्ली थाने में हुआ मुकदमा दर्ज

मंगलवार की रात मोहम्मद बिन अब्दुल्लाह मस्जिद की फोटो के साथ बैंक अकाउंट नंबर की शिकायत गौतमपल्ली थाने में की गई. इंडो इस्लामिक कल्चर फाउंडेशन ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी जफर फारुकी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया. जफर फारुकी उत्तर प्रदेश फाउंडेशन वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने बताया कि अयोध्या में ट्रस्ट द्वारा प्रस्तावित मस्जिद के चित्र के नाम का प्रयोग करते हुए एक बैंक अकाउंट के माध्यम से किसी के द्वारा चंदा एकत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है. जफर फारुकी को उसकी जानकारी तब हुई जब चंदे मांगने वाला मैसेज उनके पास भी पहुंचा. पुलिस जांच कर आरोपियों की तालश कर रही है.

मोहम्मद बिन अब्दुल्लाह मस्जिद

सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर फैसले के दौरान अयोध्या के निकट धन्नीपुर में मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ जमीन का आदेश दिया था. मस्जिद का नाम मोहम्मद बिन अब्दुल्लाह मस्जिद रखा गया है. वहीं, इसके डिजाइन की तस्वीरें भी जारी की गईं हैं. प्रस्तावित मस्जिद निर्माण के लिए तैयारियां की जा रही हैं. इसी दौरान मस्जिद की तस्वीरों के साथ एक फर्जी बैंक अकाउंट वायरल हुआ.