G20 समिट 2023: बेंगलुरु में शुरू हुआ पहली मीटिंग का फ्रेमवर्क, इन मुद्दों पर होगी चर्चा

G20 समिट 2023: बेंगलुरु में शुरू हुआ पहली मीटिंग का फ्रेमवर्क, इन मुद्दों पर होगी चर्चा

जी20 के तहत वित्त मंत्री और गवर्नरों की बेंगलुरु में शुरू हुई बैठक. बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी. इसमें एक मुख्य मुद्दा मल्टी-लेटरल बैंको को मजबूत करने का है. जिसपर चर्चा हो सकती है.

G20 समिट 2023: जी20 के तहत वित्त मंत्री और गवर्नरों की बेंगलुरु में शुरू हुई बैठक. बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी. इसमें एक मुख्य मुद्दा मल्टी-लेटरल बैंको को मजबूत करने का है. जिसपर चर्चा हो सकती है. बेंगलुरु में चल रही पहले दिन कि बैठक में PM मोदी ने कहा कि “हम आशा करते हैं कि आप उसी सकारात्मक भावना को वैश्विक अर्थव्यवस्था में प्रसारित करने में सक्षम होंगे”.

जी20 की भारतीय अध्यक्षता के तहत जी20 के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों (FMCBG)की पहली बैठक 24 और 25 फरवरी को बेंगलुरु में होनी है. केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण और आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास संयुक्त रूप से इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे.

इस बैठक में जी20 के सदस्य देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों, आमंत्रित सदस्यों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुख हिस्सा ले रहे हैं. इस बैठक में कुल 72 प्रतिनिधिमंडल शामिल रहे.

नया फिनटेक प्लेटफार्म बनाया- PM मोदी

बैठक के दौरान PM मोदी ने वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिए कहा कि “हम आशा करते हैं कि आप उसी सकारात्मक भावना को वैश्विक अर्थव्यवस्था में प्रसारित करने में सक्षम होंगे. हमारे डिजिटल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र ने शासन, वित्तीय समावेशन और जीवन को आसान बनाने में मौलिक रूप से परिवर्तन किया है. भारतीय उपभोक्ता और निर्माता भविष्य को लेकर आशावादी या आश्वस्त हैं.”

आगे उन्होंने कहा कि “हमारे G20 अध्यक्षता के दौरान हमने एक नया फिनटेक प्लेटफॉर्म बनाया है, जो हमारे वैश्विक G20 मेहमानों को भारत के पथ-प्रदर्शक डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म UPI का उपयोग करने की अनुमति देता है”.

2 दिन होनी है बैठक

भारतीय अध्यक्षता में बैठक के एजेंडे को इस तरह से तैयार किया गया है जो कुछ प्रमुख वैश्विक आर्थिक मुद्दों को सुलझाने के लिए व्यावहारिक और सार्थक दृष्टिकोण पर मंत्रियों और गवर्नरों के बीच विचारों के सार्थक आदान-प्रदान को बढ़ावा दे सकता है. यह बैठक तीन सत्रों में होगी. इन सत्रों में 21वीं सदी की साझा वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए बहुपक्षीय विकास बैंकों को मजबूत करने पर चर्चा होगी. साथ ही सुदृढ़, समावेशी और टिकाऊ ‘भविष्य के शहरों’ के लिए वित्तपोषण; वित्तीय समावेश और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (डीपीआई) का उपयोग करने जैसे मुद्दों पर भी सदस्य देश के प्रतिनिधि अपनी बात रखेंगे. इस दौरान वैश्विक अर्थव्यवस्था, वैश्विक स्वास्थ्य और अंतर्राष्ट्रीय कराधान से संबंधित मुद्दों पर चर्चा होगी. जी20 के एफएमसीबीजी की बैठक में चर्चा का मकसद 2023 में जी 20 फाइनेंस ट्रैक के अलग-अलग वर्कस्ट्रीम के लिए एक स्पष्ट मैंडेट तैयार करना है.