Adani की कंपनियां अब भी ‘बेहाल’, हफ्तेभर में ‘पचाए’ इंवेस्टर्स के 3700 करोड़ से ज्यादा
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से ही अडानी ग्रुप के हाल-बेहाल हैं. तमाम कोशिशों के बाद भी अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर प्राइस चढ़ ही नहीं रहे हैं. बीते एक हफ्ते में ग्रुप की कंपनियों के निवेशकों को 3700 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है.
उद्योगपति गौतम अडानी के अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर अब तक हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट से हुए नुकसान से उबर नहीं पाए हैं. इससे कंपनी के शेयर्स में इंवेस्ट करने वाले निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. इस हफ्ते ही समूह की कंपनियों के शेयर होल्डर्स को 3700 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है.
इस हफ्ते अडानी ग्रुप की कंपनियों ने अपने जनवरी-मार्च के तिमाही परिणाम जारी किए हैं. अच्छा मुनाफा दिखाने के बावजूद ग्रुप की कंपनियों के शेयर स्टॉक मार्केट में कमाल दिखाने से महरुम रह गए.
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एमकैप 3700 करोड़ से ज्यादा गिरा
अडानी ग्रुप की 7 कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन इस हफ्ते 3,782 करोड़ रुपये गिरा है. इनमें अडानी एंटरप्राइजेज से लेकर अडानी ट्रांसमिशन, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी टोटल गैस और अडानी विल्मर के एमकैप में गिरावट आई है.
जबकि अडानी पावर और अडानी पोर्ट एंड एसईजेड का एमकैप बढ़ा है, लेकिन ओवरऑल इसमें कमी आई है. इस तरह अडानी ग्रुप के इंवेस्टर्स को कुल 3,782 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
शुक्रवार को अडानी ग्रुप की 5 कंपनियों के शेयर्स सामान्य स्तर पर रहे. जबकि अडानी ट्रांसमिशन और अडानी टोटल गैस के शेयर्स 1 प्रतिशत गिरकर बंद हुए.
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हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट का असर
अडानी ग्रुप के कारोबारी तरीकों पर सवाल उठाते हुए अमेरिका की शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने जनवरी 2023 में एक रिपोर्ट जारी की थी. इसमें अडानी ग्रुप पर अपनी कंपनियों के शेयर प्राइस को गलत तरीके से बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने और अकाउंटिंग फ्रॉड करने के आरोप लगाए गए थे.
अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर प्राइस में तभी से गिरावट देखी गई है. समूह ने अपने 2 लाख करोड़ रुपये के कर्ज को कम करने की कई कोशिशें की हैं, लेकिन अभी कंपनी के शेयर प्राइस पर इसका असर नहीं हुआ है.