‘जामतारा’ वाली कहानी सहारनपुर में, 7 शातिर ठग कैसे करते थे साइबर क्राइम?

‘जामतारा’ वाली कहानी सहारनपुर में, 7 शातिर ठग कैसे करते थे साइबर क्राइम?

यूपी के सहारनपुर से सातों अपराधियों को पुलिस ने दबोचा है. ASP ने बताया कि इन साइबर ठगों ने अब तक कितने लोगों को अपना निशाना बनाया है और कौन-कौन और लोग गैंग में शामिल हैं, पुलिस इस बात की तफ्तीश में जुट गई है.

साइबर अपराध पर बनी जामतारा वेब सीरीज आपने देखी होगी. इस वेब सीरीज में आपने देखा होगा कि कैसे शातिर ठग भोले भाले लोगों से उनके दस्तावजों को लेकर उनके बैंक में खाता खुलवाते हैं और ऑनलाइन फ्रॉड के जरिए ठगे गए रुपयों को इन्हीं लोगों के अकाउंट में ट्रांसफर करवाते हैं. ठीक ऐसा ही मामला यूपी के सहारनपुर में देखने को मिला है. सहारनपुर से पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करके अलग-अलग बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवाने वाले 7 शातिर ठगो को गिरफ्तार किया है.

पुलिस ने सातों आरोपियों के पास से 2 लैपटॉप, 18 मोबाइल, 13 एटीएम कार्ड, 19 मोबाइल सिम , बैंक पास बुक, बैंक चेकबुक और नकदी बरामद की है. पुलिस के हत्थे चढ़े सभी आरोपी सहारनपुर के रहने वाले हैं. पुलिस अब इनकी क्राइम कुंडली निकाल रही है. साथ ही इस बात की भी जांच में जुटी है कि इन ठगों ने अब तक कितने लोगों को अपना निशाना बनाया है.

सातों बेहद शातिर

सहारनपुर की कुतुबशेर पुलिस ओर साइबर क्राइम टीम ने अरुण तिवारी, वरदान सागर , कपिल चौधरी, शशांक गर्ग ,आशीष ,विवेक ओर गौरव नाम के 7 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. सहारनपुर पुलिस ने बताया कि यह सभी सातों आरोपी बेहद ही शातिर हैं. इनका गैंग भोले भाले और जरूरतमंद लोगों को अपने जाल में फंसाता है.

अपराधी लोगों को झांसे में लेकर उनके बैंक अकाउंट की डिटेल जान लेते हैं. इसके बाद जिन लोगों के बैंक खाते नहीं होते, उनके खाते बैंक में खुलवा देते हैं. साथ ही उनके एटीएम कार्ड, उनके मोबाइल नंबर और अन्य डिटेल को अपने पास रख लेते हैं. इसके बदले वह इन्हें पैसों का लालच भी देते हैं. आरोपी कई मोबाइल ऐप के जरिए लोगों को लालच देकर ऑनलाइन फ्रॉड करते हैं, जो व्यक्ति उनके झांसे में आ जाता है तो वह उनके कहने पर उनके द्वारा दिए गए बैंक अकाउंट में पैसा ट्रांसफर कर देता है.

क्या बोले एसपी?

आरोपी उस पैसे को बैंक से निकाल लेते हैं और जिस व्यक्ति के नाम पर बैंक खाता है, उन्हें कुछ राशि उसे भी खर्च के लिए दे देते हैं. ASP विवेक तिवारी ने बताया कि इन साइबर ठगों ने अब तक कितने लोगों को अपना निशाना बनाया है और कौन-कौन लोग गैंग में शामिल हैं, पुलिस इस बात की तफ्तीश में जुट गई है. पुलिस अधिकारियों कहना है कि आरोपियों को जल्द रिमांड में लेकर इनसे पूछताछ की जाएगी और उनके गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी जुटाई जाएगी.