पंजाब पुलिस के रडार पर ब्रिटिश सिख सैनिक, आतंकी मॉड्यूल की जांच में सामने आया नाम

पंजाब पुलिस के रडार पर ब्रिटिश सिख सैनिक, आतंकी मॉड्यूल की जांच में सामने आया नाम

जगजीत सिंह पर शक है कि वह अपनी असली पहचान छिपाने के लिए फतेह सिंह बागी का उपनाम इस्तेमाल कर रहे हैं. पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जगजीत सिंह 2010 में छात्र वीजा पर ब्रिटेन गया था. अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वह 2013 में ब्रिटिश सेना में सिपाही के तौर पर भर्ती हो गया था.

पंजाब पुलिस द्वारा खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) के प्रमुख और पाकिस्तान में रह रहे रणजीत सिंह नीता द्वारा नियंत्रित आतंकी मॉड्यूल की जांच के दौरान एक ब्रिटिश सिख सैनिक के बारे में सुराग मिला है. शक है कि राज्य में पुलिस थानों पर हाल ही में हुए ग्रेनेड हमलों के पीछे इसी ब्रिटिश सिख सैनिक का हाथ है.

पंजाब पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को जानकारी दी कि पंजाब में अक्टूबर और नवंबर में कई आतंकी हमले हुए जिनमें हथगोले और ‘इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) से हुए हमले शामिल हैं, दो हमले लुधियाना में हिंदू समूहों के नेताओं के घरों पर पेट्रोल बम का इस्तेमाल करके किए गए.

पुलिस चौकी पर फेंका गया हथगोला

इसके बाद दिसंबर में शहीद भगत सिंह नगर जिले के काठगढ़ पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाली असरों पुलिस चौकी पर एक हथगोला फेंका गया. इन हमलों की जिम्मेदारी नीता और फतेह सिंह बागी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके ली है. उसने खुद को ‘सर्विलांस और रिकॉन्सेंस यूनिट’ का हिस्सा बताया, जो कि केजेडएफ के तहत काम करती है.

पहचान छिपाने के लिए बदला नाम

इन केजेडएफ मॉड्यूलों की जांच से पंजाब पुलिस को ब्रिटिश सेना के एक सिख सैनिक जगजीत सिंह (37) का पता चला, जो मूल रूप से तरनतारन के मियांपुर गांव का रहने वाला है. ऐसा संदेह है कि जगजीत सिंह अपनी असली पहचान छिपाने के लिए छद्म नाम फतेह सिंह बागी का इस्तेमाल कर रहा है.

छात्र वीजा पर गया था ब्रिटेन

जगजीत सिंह पर शक है कि वह अपनी असली पहचान छिपाने के लिए फतेह सिंह बागी का उपनाम इस्तेमाल कर रहे हैं. पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जगजीत सिंह 2010 में छात्र वीजा पर ब्रिटेन गया था. अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वह 2013 में ब्रिटिश सेना में सिपाही के तौर पर भर्ती हो गया था.