विपरीत परिस्थिति में सही निर्णय सिर्फ एक शांत मन ले सकता हैं, जानें इससे जुड़ी 5 अनमोल बातें
जीवन में किसी भी तरह की चुनौती को पार करने के लिए मन को शांत रखना आवश्यक होता है. विपरीत से विपरीत परिस्थितियां भी धैर्य और शांत मन से आसानी से हल हो जाती हैं. आइए जानते हैं इससे जुड़ी प्रेरक बातें.
ऐसा माना जाता है कि व्यक्ति के मन से ज्यादा चंचल चीज कोई नहीं है. किसी न किसी बात के लिए उसमें उत्सुकता बनी रहती है. कई महापुरोषों का कहना है कि जिस इंसान ने अपने मन को कंट्रोल कर लिया वो किसी भी चीज को आसानी से हासिल कर सकता है. लेकिन, व्यक्ति छोटी-छोटी चीजों पर बहुत जल्दी विचलित हो जाता है, अपना धैर्य खो देता है जिसका कारण परिस्थितियां और बिगड़ जाती हैं. यदि आप किसी और के लिए मन में क्रोध या नफरत का बीच बोते हैं तो इससे आपका अधिक नुकसान होता है. क्रोधी मन अक्सर विनाश का कारक बनता है. इसलिए कोशिश करें कि कभी भी क्रोधित मन से कोई निर्णय न लें. तो आइए जानते हैं इससे जुड़े कुछ सफलता के मंत्र.
- सामने खड़े व्यक्ति की उम्र और बुद्धि से किसी के मन की बात पता लगाना संभव नहीं है. मन की बात सिर्फ प्यार और सहानुभूति से ही जानी जा सकती है.
- यदि आप पॉजिटिव रहना चाहते हैं तो अपना अधिक समय उन्ही के साथ बिताएं जो आपको खुश रखते हैं, या फिर उनके साथ जो आपको प्रभावित करें.
- हारा हुआ खेल दोबारा तो खेला जा सकता है, लेकिन एक बार जो मन से हार गया वो कभी जीत नहीं सकता.
- सफलता की राह प्रत्यक्ष तौर पर कहीं नहीं होती, बल्कि वह आपके मन में होती है. अगर आपने अपने मन को जीत के लिए तैयार कर लिया तो कोई और आप को नहीं हरा सकत.
- यदि व्यक्ति का मन अस्थिर और चंचल है, तब तक अच्छे गुरु और साधु के सत्संग का भी उसके मन पर कोई प्रभाव नहीं डालता.