मणिपुर हिंसा: मैतेई समुदाय को मिलेगा ST का दर्जा? आज SC में सुनवाई, HC के फैसले को दी गई है चुनौती

मणिपुर हिंसा: मैतेई समुदाय को मिलेगा ST का दर्जा? आज SC में सुनवाई, HC के फैसले को दी गई है चुनौती

Manipur Violence: मणिपुर में स्थिति धीरे-धीरे सुधरने लगी है. मगर सेना के जवान अभी भी ड्रोन और हेलीकॉप्टर के जरिए हालातों पर निगरानी रख रहे हैं. हिंसा प्रभावित इलाकों से अब तक 23000 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

Manipur Violence: मणिपुर हिंसा का मामला अब शीर्ष अदालत पहुंच गया है. सुप्रीम कोर्ट में आज उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई होगी. बीजेपी नेता डिंगांगलुंग गंगमेई ने सुप्रीम कोर्ट में यह याचिका दायर की है. इसमें कहा गया है कि हाई कोर्ट ने इसके असली मुद्दे को सही तरह नहीं समझा है.

मैतेई समुदाय की तरफ से दाखिल याचिका पर सुनवाई के बाद मणिपुर हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को इस पर विचार करने को कहा था. हाई कोर्ट के इसी फैसले के बाद ही मणिपुर में हिंसा भड़की थी. इस वजह से अब तक 55 लोगों की मौत हो चुकी है. सैंकड़ों लोग घायल हुए हैं. लगभग 23 हजार लोगों को हिंसा प्रभावित इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

SIT की मांग वाली याचिका पर भी सुनवाई

बीजेपी नेता डिंगांगलुंग गंगमेई की तरफ से दाखिल याचिका में कहा गया है कि इस मामले में हाई कोर्ट से कुछ गलतियां हुई हैं. उन्होंने उच्चतम न्यायालय ने इस मामले में जल्द से जल्द सुनवाई की मांग की है. इसके अलावा SIT की मांग वाली याचिका पर भी सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा. मणिपुर ट्राइबल फोरम ने यह याचिका दायर की है.

मणिपुर में 3 मई को भड़की थी हिंसा

इसमें कहा गया है कि राज्य में स्थिति गंभीर थी और इन हमलों को राज्य में सत्ताधारी पार्टी का पूर्ण समर्थन था. बता दें कि मणिपुर में 3 मई को हिंसा हुई थी. ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर ATSUM ने चुराचांदपुर के तोरबंग में आदिवासी एकता मार्च निकाला था. इस दौरान आदिवासी और गैर आदिवासी में झड़प हो गई. यहीं से हिंसा की शुरुआत हो गई.

राज्य में 10000 से अधिक सुरक्षा बल तैनात

दो जिलों में भड़की हिंसा की आग पूरे राज्य में पसर गई. इसके बाद कई जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया. मोबाइल इंटरनेचट सेवा ठप कर दी गई. हिंसाग्रस्त इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई. सुरक्षा बलों की कई कंपनियों को तैनात किया गया. इसके बाद जाकर स्थिति पर काबू पाई गई. हालांकि, अभी सेना ड्रोन और हेलीकॉप्टर के जरिए निगरानी रख रही है. 10 हजार से अधिक सुरक्षा बल अभी भी तैनात हैं.

कई जगह कर्फ्यू हटा

मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शनिवार को सभी पार्टियों की एक बैठक बुलाई थी. इस बैठक में उन्होंने सभी नेताओं से पार्टी लाइन से ऊपर उठकर काम करने की बात की थी. साथ ही साथ उन्होंने लोगों से भी शांति बनाए रखने की अपील की थी. इसके बाद से हालात सुधरने लगे. चुराचांदपुर से ती घंटे के लिए (सुबह 7-10) कर्फ्यू हटा दिया गया.

इसके अलावा आज इंपाल वेस्ट से कर्फ्यू हट जाएगा. यहां सुबह पांच बजे से लेकर रात के 8 बजे तक ढील दी जाएगी. बता दें कि राज्य की आबादी की 53 फीसदी लोग मैतेई समुदाय से आते हैं. वहीं, 40 फीसदी लोग आदिवासी, नगा और कुकी समुदाय से हैं.