‘हो जाओगी गिरफ्तार…’, डराकर बैंक कर्मचारियों ने लूटे करोड़ों रुपये, हैरान कर देगी साइबर ठगी की ये कहानी
उत्तर प्रदेश के वाराणसी की सबसे बड़ी साइबर ठगी को अंजाम देने वाले मास्टरमाइंड और हैकर्स को साइबर क्राइम सेल ने दबोच लिया है. हैरानी की बात ये है कि सेंट जांस मड़ौली की रिटायर्ड शिक्षिका से तीन करोड़ 55 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने वाले बैंककर्मी निकले. वाराणसी की रहने वाली पीड़िता शंपा रक्षित की तहरीर के आधार पर 13 मार्च को साइबर क्राइम पुलिस थाने में एक मुकदमा दर्ज किया गया था.
कहते गुनाह कितना ही सोच समझकर किया गया हो, लेकिन वह सामने आ ही जाता है. यूपी के वाराणसी में भी रिटायर्ड शिक्षिका से ठगी करने वालों ने यही सोचा होगा कि उनका खेल सामने नहीं आएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं.
उत्तर प्रदेश के वाराणसी की सबसे बड़ी साइबर ठगी को अंजाम देने वाले मास्टरमाइंड और हैकर्स को साइबर क्राइम सेल ने दबोच लिया है. हैरानी की बात ये है कि सेंट जांस मड़ौली की रिटायर्ड शिक्षिका से तीन करोड़ 55 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने वाले बैंककर्मी निकले.
धोखाधड़ी करने वाले सभी बैंककर्मी
इस चोरी में जो सबसे ज्यादा हैरानी की बात है वह ये है कि इस गिरोह में धोखाधड़ी करने वाले सभी बैंककर्मी हैं. एक निजी बैंक लखनऊ का रीजनल हेड है तो दूसरा निजी बैंक का कैशियर. यो दोनों सगे भाई हैं. ये लोग अब तक कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. गिरफ्तारी का डर दिखाकर साइबर ठगों ने स्काई एप डाउनलोड कराया फिर फोन स्क्रीन शेयर कर महिला के बैंक खाते को साफ कर दिया. आरोपियों से पुलिस को कई सुराग मिले हैं. सभी को पुलिस कोर्ट में पेश करेगी.
गिरफ्तार करने की दी थी धमकी
दरअसल, वाराणसी की रहने वाली पीड़िता शंपा रक्षित की तहरीर के आधार पर 13 मार्च को साइबर क्राइम पुलिस थाने में एक मुकदमा दर्ज किया गया था. शंपा रक्षित को गिरफ्तार करने की धमकी देकर उनके बैंक खातों और परिवार का विवरण जालसाजों ने लिया था. पीड़िता शम्पा रक्षित के अनुसार आठ मार्च की सुबह नौ बजे अनजान नंबर से कॉल आया था.