मां की बात मानो, किताबें पढ़ो, मलिन बस्ती में सेवा…शूटिंग खिलाड़ी को क्यों मिलीं ये सजाएं? कानपुर से है कनेक्शन

मां की बात मानो, किताबें पढ़ो, मलिन बस्ती में सेवा…शूटिंग खिलाड़ी को क्यों मिलीं ये सजाएं? कानपुर से है कनेक्शन

छत्रपति शाहू जी महाराज कानपुर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो विनय पाठक के पास कुछ दिन पहले तीन अलग अलग नंबर से कॉल आईं थीं. कॉल करने वाले ने पहले कुलपति से अभद्रता की और उसके बाद उनको जान से मारने की धमकी दी. इसके बाद यूनिवर्सिटी में हड़कंप मच गया. इस मामले में यूनिवर्सिटी के सुरक्षा अधिकारी ने कल्याणपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया.

उत्तर प्रदेश की छत्रपति शाहू जी महाराज कानपुर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो विनय पाठक को धमकी दनी वाले आरोपी की पहचान हो गई है. आरोपी शूटिंग खिलाड़ी है. पुलिस जब उसे पकड़ने पहुंची तो आरोपी ने कुलपति से माफी मांगी. इसपर उसे तीन अनोखी सजा के साथ माफ किया गया. जो तीन सजा आरोपी खिलाड़ी को दी गईं, उसकी हर कोई तारीफ कर रहा है. कुलपति का कहना है की ये सजाएं शूटिंग खिलाड़ी को बेहतर इंसान बनने के साथ एक सीख भी देंगी.

जीवन में कई बार लोगों से गलतियां या अपराध जाने अनजाने में या गुस्से में हो जाते हैं. ऐसे में जरूरी यह भी होता है कि आरोपी को सजा तो मिले लेकिन सुधरने का मौका भी साथ में हो. कुछ ऐसा ही हुआ छत्रपति शाहू जी महाराज कानपुर यूनिवर्सिटी के कुलपति को धमकी मामले में. आरोपी शूटिंग खिलाड़ी ने परिवार सहित कुलपति से माफी मांग ली. कुलपति ने माफ तो कर दिया, लेकिन सुधारने के लिहाज से तीन अनोखी सजा भी सुनाईं.

धमकी देने वाला निकला शूटिंग खिलाड़ी

कुलपति को धमकी देने वाले मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी की तलाश शुरू कर दी. पुलिस की जांच में पता चला है कि यह आरोपी शूटिंग का खिलाड़ी नवोदित सिंह है. वह कुछ दिन पहले यूनिवर्सिटी में आयोजित शूटिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेने आया था. उसे वहां पर अच्छा प्रदर्शन ना करने पर प्रतियोगिता से बाहर कर दिया गया था. इस बात पर आरोपी की कोच और अन्य अधिकारियों से कहासुनी हो गई थी. इसी बात के गुस्से में उसने कुलपति को फोन करके धमकी दी थी.

कुलपति ने दी तीन अनोखी सजा

जब पुलिस आरोपी के घर पहुंची तो नवोदित और उसका पूरा परिवार कुलपति के पास पहुंचा और माफी मांगी. आरोपी ने कहा कि गुस्से में उससे यह गलती हो गई और आगे से यह गलती नहीं होगी. कुलपति ने आरोपी को माफ तो कर दिया लेकिन तीन सजा सुनाई. कुलपति विनय पाठक ने आरोपी नवोदित को अपनी माता की बात मानने, जीवन मूल्य से संबंधित पाठ्यक्रम में पढ़ाई करने और एक महीने तक मलिन बस्तियों में लोगों की सेवा करने जैसी शर्तों के साथ माफी दी.

जिले में हो रही चर्चा

मलिन बस्ती में सेवा के सम्बन्ध में नवोदित के कार्य को एनएसएस के प्रोगाम ऑफिसर प्रमाणित करेंगे कि वह वास्तव में वहां पर सेवा का कार्य कर रहा है या नहीं. इस मामले में कुलपति विनय पाठक का कहना था कि छात्र को एक दूसरा मौका मिलना चाहिए, जिससे वो अपना जीवन सुधार सके. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को जीवन में एक दूसरा मौका मिलना चाहिए. इंसान अपनी गलतियों से सीख कर ही आगे बढ़ता है. उनकी इस अनोखी सजा की चर्चा जिले में खूब हो रही है.