कलेक्टर के दौरे से पहले चरने गई थीं 69 गायें, लेकिन एक भी नहीं लौटी वापस
मध्य प्रदेश के गुनगा की गोशालाओं में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. यहां एक गोशाला में कलेक्टर पहुंचे वहां रिकार्ड में 96 गायों का ब्यौरा मिला, लेकिन वहां मौजूद गायों की गिनती कराई गई तो महज 25 गायें मिली थी. इस संबंध में पूछने पर गोशाला प्रबंधक ने बताया कि गायें चरने के लिए पास के जंगल में गई हैं.
मध्य प्रदेश में गुनगा जिले की गोशालाओं में अजीब खेल चल रहा है. यहां गोशालाओं के रिकार्ड में जो गायों की संख्या लिखी है, वो मौके पर नहीं मिलती. ऐसा ही एक मामला गुनगा के मनीखेड़ी गोशाला का भी सामने आया है. यहां कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बुधवार को औचक निरीक्षण किया तो रिकार्ड में 96 गायें मिली, लेकिन मौके पर केवल 25 गायें थीं. इस बाबत कलेक्टर ने गोशाला प्रबंधक से पूछताछ की. उस समय उन्हें बताया कि 69 गायें पास के जंगल में घास चरने गई हैं.
इसके 24 घंटे बाद मंगलवार को कलेक्टर ने दोबारा इन गायों की खबर लेनी चाही, लेकिन गोशाला प्रबंधक कोई ठोस जवाब नहीं दे पाए. अब कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने तहसीलदार बैरसिया लखन सिंह चौधरी को पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए हैं. तहसीलदार के मुताबिक वह खुद जब जांच पड़ताल के लिए पहुंचे तो रिकार्ड में अभी भी 96 गायों का ही विवरण मिला, लेकिन मौके पर केवल 50 गायें ही मिली है. बाकी गयों के बारे में गोशाला प्रबंधन कोई ठोस जवाब नहीं दे पाया है.
गोशाला प्रबंधक नहीं दे पाए ठोस जवाब
उन्होंने अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है. अधिकारियों के मुताबिक औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे कलेक्टर ने गोशाला प्रबंधक से गायों के लिए दाना पानी और चारे के इंतजाम संबंधी पूछताछ किया था. इस दौरान गोशाला संचालक ठोस जवाब नहीं दे पा रहा था. इससे कलेक्टर को शक हो गया और उन्होंने अगले दिन दोबारा गोशाला की जांच कराई. अब इस गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद कलेक्टर ने इस गोशाला का पूरा रिकार्ड खंगालने को कहा है.
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आवारा मवेशियों को पकड़े के निर्देश
इसमें देखा जाएगा कि इस गोशाला को कितने गायों के लिए बजट मिलता है और इस बजट में से कितनी रकम गायों के रखरखाव और सार संभाल में खर्च किया जाता है. इसके साथ ही उन्होंने यहां भी पता करने का निर्देश दिया है कि यहां गायें कैसे आती है और इन्हें कौन लाता है. कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के मुताबिक इसी के साथ जिले की अन्य गोशालाओं की भी जांच कराई जा रही है. इसी प्रकार जिले में घूमने वाले आवारा मवेशियों के रखरखाव की योजना भी काम चल रहा है. राजस्व विभाग की टीम को जिले में आवारा घूमने वाले सभी मवेशियों को पकड़ कर गोशाला में छुड़वाने के आदेश दिए गए हैं.