Holi Special: कहीं रबड़ी तो कहीं केले संग… जानें मालपुआ को खाने के अलग-अलग तरीके
राजस्थान में मालपुआ को रबड़ी के साथ तो महाराष्ट्र में इसमें पनीर को डालकर तैयार किया जाता है. चलिए आपको बताते हैं होली की स्पेशल मिठाई मालपुआ को भारत के खास हिस्सों में किस तरह खाया जाता है.
होली का त्योहार देश में 7 और 8 मार्च को मनाया जाएगा. रंगों के फेस्टिवल होली का जश्न भला खानपान के बिना कैसे मनाया जा सकता है. इस दिन खाने के लिए गुजिया, पकोड़े व मालपुआ जैसी टेस्टी चीजें बनाई जाती हैं. ये फूड्स त्योहार की धूम में एक अलग ही एक्साइटमेंट क्रिएट कर देते हैं. यहां हम पारपंरिक मिठाई मालपुआ की बात कर रहे हैं जिसे भारत के अधिकतर हिस्सों में अपने-अपने अंदाज में बनाकर खाया जाता है. मालपुआ एक ऐसी डिश है जिसका जिक्र ऋगवेद तक में है.
राजस्थान में कई जगहों पर कुलदेवी या देवता को प्रसन्न करने के लिए प्रसाद के रूप में मालपुआ का भोग लगाया जाता है. राजस्थान में इसे रबड़ी के साथ तो महाराष्ट्र में इसमें पनीर को डालकर तैयार किया जाता है. चलिए आपको बताते हैं होली की स्पेशल मिठाई मालपुआ को भारत के खास हिस्सों में किस तरह खाया जाता है.
देश के इन हिस्सों में अलग-अलग अंदाज में खाया जाता है मालपुआ, जानें….
- पश्चिमी राजस्थान में रबड़ी-मालपुआ बहुत फेसम है. काफी देर तक दूध को पकाने के बाद रबड़ी तैयार होती है और मालपुआ के साथ इसका स्वाद लाजवाब होता है.
- महाराष्ट्र में पनीर और मैदा से मालपुआ को तैयार करके खाया जाता है. होली के जश्न मनाने के लिए घरों में मालपुआ का बनना तय है.
- उत्तर प्रदेश में इसे मलाई पूरी कहा जाता है जिसमें दूध, खोया और मैदा से मालपुआ को तैयार किया जाता है.
- ओडिशा की बात करे तो यहां इसे आटा, केला, फेनल सीड्स और सेमोलिना से तैयार किया जाता है.
- बंगाल में इसे रांगा अलूर मालपुआ और तालेर मालुपा पुकारा जाता है जिसमें शकरकंद और खजूरों का इस्तेमाल किया जाता है.
- बिहार में इसे ‘पुआ’ पुकारा जाता है और होली के दौरान इसे बड़े शौक से खाया जाता है. मालपुआ और गुजिया के जरिए यूपी-बिहार में होली की अलग ही धूम रहती है.